घर में बना रहेगा धन का प्रवाह 1 महीना करें ये काम

सुखद जीवन के लिए सूर्य के प्रकाश और जल की कितनी महत्वता है, इसका बात का पता इस माह से चलता है।

Update: 2022-05-18 14:13 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Jyeshta month 2022: चंद्र मास का तीसरा महीना ज्येष्ठा, ज्येष्ठा नक्षत्र के नाम से पड़ा है। वैसे चंद्र मास के सभी महीने नक्षत्रों के नाम से ही लिए जाते हैं। ज्येष्ठा का अर्थ होता है बड़ा। इस माह में जल से सम्बन्धित शुभ कार्य और पर्व मनाए जाते हैं जैसे निर्जला एकादशी। जिसका पुण्य साल भर के एकादशी व्रतों के समान प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त सूर्य ग्रहण, वट अमावस्या, सावित्री जयंती, गंगा दशहरा, प्रदोष, गायत्री जयंती इत्यादि कई विशेष पर्व व दिवस पड़ने वाले हैं।

इस महीने सूर्य भगवान अपने पूरे तेज पर होते हैं और अग्नि जैसी गर्मी बरसाते हैं। जिसका आम जीवन पर भी बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा। कुल मिलाकर इस माह कई ऐसे शुभ योग, दिन, वार पड़ेंगे की जिससे कई लाभ उठाए जा सकते हैं। इन पवित्र दिनों पर किए जाने वाले ये नियम आपकी जीवन की परेशानियों को दूर कर धन के प्रवाह को बढ़ाएंगे। इस पूरे माह कुछ खास उपाय करने से धन की कमी नहीं रहती। सूर्य के समान तेजस्वी रुतबा मिलेगा, जल के समान जीवन में शीतलता भी बनी रहेगी। सुखद जीवन के लिए सूर्य के प्रकाश और जल की कितनी महत्वता है, इसका बात का पता इस माह से चलता है।
ज्येष्ठा मास के पहले दिन से ही सूर्य नारायण को उदय होते समय जल चढ़ाएं। जल में थोड़ा गंगा जल मिलाकर अर्पित करें। ॐ भास्कराय नमः का जाप करते हुए। उनसे तेजस्वी होने की प्रार्थना करें।
ज्येष्ठा मास अत्यंत गर्म महीना होता है। इस माह में मुसाफिरों के लिए पानी का दान करने से वैकुंठ की प्राप्ति होती है। अगर आप ऐसा प्रतिदिन करते हैं तो आपके इस लोक व परलोक के भी द्वार सुखद हो जाते हैं।
घर आए मेहमानों को मीठा जल पिलाने से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। कारोबार में रुकावट नहीं आती।
ज्येष्ठा मास में जल का सेवन मिट्टी के पत्र में करने से स्वास्थ्य तो अच्छा रहता ही है। इससे शुक्र भी शुभ परिणाम देता है। धन का बहाव निरंतर घर में बना रहता है।
इस मास में प्रतिदिन गंगा जल के पात्र या कुंभ की पूजा करने से अपार धन की प्राप्ति होती है।
ज्येष्ठा मास में आम का दान या रसीले फलों का दान करने से कर्ज़ मुक्ति मिलती है।


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