आज पौष पुत्रदा एकादशी के दिन इन बातों का रखें विशेष ध्यान
इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करनी चाहिए। माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं क्या करें और क्या नहीं...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पौष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी कहते हैं। इस एकादशी को वैकुंठ एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल पौष पुत्रदा एकादशी 13 जनवरी 2022 है। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को प्रिय होती है। इस दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करनी चाहिए। भगवान विष्णु की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।
इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करनी चाहिए। माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं क्या करें और क्या नहीं...
एकादशी के दिन चावल का सेवन भी होता है वर्जित
एकादशी के पावन दिन चावल का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इस दिन सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।
भगवान विष्णु को तुलसी अर्पित करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु को तुलसी अतिप्रिय होती है। इस पावन दिन भगवान विष्णु को तुलसी जरूर अर्पित करें।
ब्रह्मचर्य का पालन करें
एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और किसी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
दान- पुण्य करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दान करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। इस पावन दिन अपनी क्षमता के अनुसार दान जरूर करें।
सात्विक भोजन करें
इस पावन दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। एकादशी के दिन मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन पहले भगवान को भोग लगाएं, उसके बाद ही भोजन ग्रहण करें।