आज 25 अक्टूबर को इस बार सर्यूग्रहण लग रहा है। सूर्यग्रहण का सूतक 24 व 25 की रात 2:30 बजे शुरू हो चुका है। सूर्य ग्रहण के सूतक काल में कई कामों को करने की मनाही है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान किसी प्रकार की पूजा नहीं होती है। मंदिरों के पट बंद हो जाते हैं। सूर्यग्रहण शाम 4:40 बजे शुरू होगा और 5:24 बजे तक रहेगा। आज सूर्यग्रहण होने के कारण गोवर्धन पूजा का पर्व 26 को और यम द्वितीया 27 को मनाई जाएगी। यहां पढ़ें सूतक एवं ग्रहणकाल में क्या नहीं करें ? किसी भी ग्रहण के सूतक के समय भगवान की मूर्ति का स्पर्श करना निषिद्ध माना गया है। व्यक्ति को, खाना-पीना, सोना, नाख़ून काटना, भोजन बनाना, तेल लगाना, बाल काटना अथवा कटवाना, निद्रा मैथुन आदि कार्य बिल्कुल ही नहीं करना चाहिए।
9.30 AM: सूतक काल में सभी मंदिरों के पट बंद हो गए हैं। ऐसे में कोई दार्मिक कार्य नहीं कियाजा सकता है। ग्रहण काल में भोजन अशुद्ध हो जाता है। इस कारण ग्रहण के समय भोजन नहीं करना चाहिए ऐसा करने से आप अनेक प्रकार के रोगों से ग्रसित हो सकते है। ग्रहण या सूतक से पहले ही यदि सभी खाने वाले पदार्थ यथा दूध ,दही ,चटनी ,आचार आदि में कुश रख देते है। तो यह भोजन दूषित नहीं होता है और आप पुनः इसको उपयोग में ला सकते है। अगर कुशा नहीं है तो तुलसी का पत्ता भी डाल सकते हैं । परन्तु घर में जो सूखे खाद्य पदार्थ हैं उनमें कुशा अथवा तुलसी पत्ता डालना आवश्यक नहीं है।