सूर्य करने वाले हैं रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश, नौतपा में बारिश होना अशुभ
गर्मियों के मौसम में जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो नौतपा की शुरुआत होती है. इस दौरान भीषण गर्मी पड़ती है. सूर्य की तीखी किरणें धरती को बुरी तरह तपाती हैं.
गर्मियों के मौसम में जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो नौतपा की शुरुआत होती है. इस दौरान भीषण गर्मी पड़ती है. सूर्य की तीखी किरणें धरती को बुरी तरह तपाती हैं. वैसे तो सूर्य 14 दिन तक रोहिणी नक्षत्र में रहते हैं लेकिन नौतपा 9 दिन के ही होते हैं. इन 9 दिनों में ही सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है. इस साल 25 मई से नौतपा लगेंगे, जो कि 2 जून तक चलेंगे. इसके बाद 8 जून को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र से निकलते ही शीतला शुरू होंगे.
नौतपा में बारिश होना अशुभ
मान्यता है कि नौतपा के दौरान बारिश नहीं होनी चाहिए, ऐसा होना मौसम के लिहाज से अशुभ माना जाता है. दरअसल, नौतपा के दौरान समुद्री क्षेत्रों में वाष्पीकरण की प्रक्रिया तेज हो जाती है, ऐसे में बारिश होने से यह प्रक्रिया रुक जाती है और फिर बारिश के मौसम में पर्याप्त बारिश नहीं होती है. इससे जल संकट पैदा हो जाता है.
नौतपा के दौरान रहें सतर्क
नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें धरती पर सीधी पड़ती हैं, जिससे तेज गर्मी पड़ती है. इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है, वरना तबियत बिगड़ने में देर नहीं लगती है. लिहाजा नौतपा के दौरान ये सावधानियां जरूर बरतें-
नौतपा के दौरान बिना खाए-पिए घर से बाहर न निकलें.
नौतपा के दौरान दिन में बाहर निकलते समय अपने शरीर को कॉटन के कपड़ों से ढंक कर बाहर निकलें. इस दौरान सिर, कानों को भी कवर करें और धूप का चश्मा भी लगाएं. ताकि तीखी किरणें झुलसाएं नहीं.
धूप में निकलते समय अपने साथ प्याज रखें.
नौतपा के दौरान खूब पानी पिएं. साथ ही रसदार फलों, सलाद, आम के पने, पुदीने के जूस का सेवन करें.
इस मौसम में सूती कपड़े पहनें, जो पसीने को सोखें.
लू लगने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.
नौतपा में सत्तू, जल से भरे घड़ा, पंखा, छाता, फल, जूते आदि का जरूरतमंदों को दान करें.