बुधवार को इस आरती के साथ करें अपने दिन की शुरुआत

Update: 2023-08-02 06:48 GMT
सनातन धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता हैं, वही बुधवार का दिन श्री गणेश की आराधना के लिए श्रेष्ठ दिन माना गया हैं इस दिन भक्त भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा करते हैं और दिनभर का उपवास आदि रखते हैं
 ऐसे में अगर आप भी आज के दिन श्री गणेश की भक्ति में लीन हैं तो ऐसे में प्रभु की प्रिय आरती के साथ पूजा पाठ जरूर करें माना जाता हैं कि पूजा के बाद आरती करने से पूजा पूर्ण मानी जाती हैं और इसका फल भी साधक को शीघ्र प्राप्त होता हैं, तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान श्री गणेश की संपूर्ण आरती पाठ।
 श्री गणेश की आरती—
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे,
मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे,
संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
'सूर' श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो,
जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
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