इन सुविचारों के साथ शुरुवात करें नए वर्ष 2021, जीवन में भर जाएगी Positivity
नया वर्ष यानी 2021 की शुरुआत होने में कुछ ही समय बाकी रह गया है। या यूं कहें कि कुछ ही पल बाकी रह गए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेसक | नया वर्ष यानी 2021 की शुरुआत होने में कुछ ही समय बाकी रह गया है। या यूं कहें कि कुछ ही पल बाकी रह गए हैं। वैसे तो कहा जाता है कि किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले श्री गणेश का नाम लिया जाना चाहिए। इससे काम की शुरुआत तो अच्छी होती ही है साथ ही गणपति बप्पा का आशीर्वाद भी बना रहता है। इसी तरह अगर हम नए वर्ष की शुरुआत एक सकारात्मक सोच के साथ करें तो आपका जीवन उमंग से भर सकता है। नए वर्ष को लेकर हम सभी उत्साहित और मोटीवेटेड हैं कि आने वाला वर्ष कैसा रहेगा। इसी के चलते हम आपके लिए महात्मा गांधी और विवेकानंद जी के कुछ सुविचार लेकर आए हैं जिन्हें पढ़कर और इन्हें अपने जीवन में उतारकर आप नए वर्ष की शुरुआत कर सकते हैं। आइए पढ़ते हैं यह सुविचार-
महात्मा गांधी के सुविचार:
पहले वो आपको अनदेखा करेंगे, उसके बाद आप पर हँसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे।
अगर आप खुद को खोजना चाहते हैं तो सबसे बढ़िया तरीका है, आप दूसरों की सेवा में खुद को खो दो।
प्रयास करने में ही संतोष निहित है, प्राप्ति में नहीं। आपका पूर्ण प्रयास ही आपकी पूर्ण विजय है।
मौन रहना सबसे सशक्त भाषण है। धीरे-धीरे ये दुनिया आपको जरूर सुनेगी।
श्रेष्ठ होने का अनंत प्रयास मनुष्य का कर्तव्य है; यह अपना प्रतिफल है। बाकी सब कुछ भगवान के हाथ में है।
विवेकानंद जी के सुविचार:
उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।
तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है।
सत्य को हज़ार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं। वो हम ही हैं जो अपनी आंखों पर हांथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है।
किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आए-आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।