इस दिन मनाई जाएगी सोमवती अमावस्या...जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं.

Update: 2021-04-11 10:01 GMT

सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या  कहते हैं. ये वर्ष में लगभग एक अथवा दो ही बार पड़ती है. इस अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व होता है. विवाहित स्त्रियों द्वारा इस दिन अपने पतियों के दीर्घायु कामना के लिए व्रत का विधान है. इस दिन मौन व्रत रहने से सहस्र गोदान का फल मिलता है. इस दिन विवाहित स्त्रियों द्वारा पीपल के वृक्ष की दूध, जल, पुष्प, अक्षत, चन्दन इत्यादि से पूजा और वृक्ष के चारों ओर 108 बार धागा लपेट कर परिक्रमा करने का विधान होता है. इस साल सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल को मनाई जाएगी. Also Read - Somvati Amavasya 2020 Date: इस दिन है सोमवती अमावस्या, जानें सुहागिन महिलाएं क्यों रखती हैं इस दिन व्रत

सोमवती अमावस्या शुभ मुहूर्त
चैत्र, कृष्ण अमावस्या
प्रारम्भ – 06:03 ए एम, अप्रैल 11
समाप्त – 08:00 ए एम, अप्रैल 12
सोमवती अमावस्या कथा
सोमवती अमावस्या को लेकर कई कथाएं हैं. उनमें से एक है गरीब ब्राह्मण परिवार की कथा. उनकी एक कन्या थी जो कि बहुत ही प्रतिभावान एवं सर्वगुण संपन्न थी. जब वह विवाह के योग्य हो गई तो ब्राह्मण ने उसके लिए वर खोजना शुरू किया. कई योग्य वर मिले परन्तु गरीबी के कारण विवाह की बात नहीं बनती. एक दिन ब्राह्मण के घर एक साधु आये. कन्या के सेवाभाव देख साधु बहुत प्रसन्न हुए और दीर्घायु होने का आशर्वाद दिया. ब्राह्मण के पूंछने पर साधु ने कन्या के हाथ में विवाह की रेखा न होने की बात कही. इसका उपाय पूछने पर साधु ने बताया कि पड़ोस के गांव में सोना नामक धोबिन का परिवार है. कन्या यदि उसकी सेवा करके उससे उसका सुहाग मांग ले तो उसका विवाह संभव है.


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