घर पर परछाई पढ़ना क्यों होता है अशुभ
घर के अंदर के वास्तु के साथ-साथ उसके बाहर का वास्तु भी बहुत अहम होता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | घर (Home) के अंदर के वास्तु के साथ-साथ उसके बाहर का वास्तु भी बहुत अहम होता है. यदि घर के अंदर या बाहर के वास्तु में कोई दोष (Home Vastu Dosh) हो तो घर में रहने वाले लोगों की जिंदगी में कई मुश्किलें आती हैं. इस बारे में भी वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में कई बातें बताई गईं हैं. आज वास्तु की उन बातों के बारे में जानते हैं जो घर के आसपास बनी ऊंची इमारतों, पेड़ों या अन्य स्ट्रक्चर से जुड़ी हुईं हैं और घर के वास्तु पर असर डालती हैं.
घर पर परछाई पड़ना होता है अशुभ
ये मुश्किलें पैसे, सेहत, मान-सम्मान या रिश्ते किसी से भी जुड़ी हो सकती हैं. ऐसा ही एक बड़ा वास्तु दोष है घर पर किसी अन्य इमारत, पेड़ आदि की छाया (Shadow) पड़ना. इस तरह घर पर छाया या परछाई पड़ने को वास्तु शास्त्र में छाया वेध कहा गया है. यदि यह छाया (Chhaya) कुछ देर के लिए पड़ती हो तो तब तो उसका नकरात्मक असर घर के वास्तु पर नहीं पड़ता है, लेकिन 6 घंटे या उससे ज्यादा समय तक छाया पड़ना अशुभ (Inauspicious Shadows) होता है.
- यदि मंदिर (Temple) की छाया सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक पड़े तो घर के सदस्यों के लिए अशुभ होती है. इससे घर में लड़ाई-झगड़े होते हैं. धन हानि और विवाह में देरी होती है.
- मंदिर से 100 फीट के अंदर बने हुए छाया वेध या वास्तु दोष की सीमा में आते हैं लेकिन मंदिर की ऊंचाई कम हो और उसके ध्वज की परछाई आपके घर तक न पहुंचे तो वास्तु दोष नहीं होता है.