Sawan Shiv Ji Puja: 14 जुलाई से शुरू हो रहा है भगवान शिव का प्रिय माह, जानें पूजा विधि और महत्व

Update: 2022-07-01 08:29 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिल्व पत्र- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन माह में विधिपूर्वक पूजा करने से महादवे की कृपा प्राप्त होती है. पूजा के समय शिवलिंग पर बिल्व पत्र जरूर अर्पित करें. भोलेनाथ की पूजा में बिल्व पत्र और अभिषेक पर खास जोर दिया गया है. ऐसा माना जाता है कि जो कि सावन के माह में नियमित रूप से शिवलिंग पर बिल्व पत्र अर्पित करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

केसर- सावन का महीना भगवान शिव की पूजा और उनकी कृपा पाने के लिए खास है. ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर केसर अर्पित करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है. साथ ही, शक्कर से शिव जी का अभिषेक करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता का नाश होता है.
शमी के पत्ते- मान्यता है कि सावन में व्रत करने और पूजा-पाठ आदि से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. साथ ही, इस माह में भगवान शिव को शमी के पत्ते भी अर्पित किए जा सकते हैं. शिव जी को शमी के पत्ते बहुत पसंद हैं. इसलिए पूरे माह शिवलिंग पर शमी के पत्ते जरूर लगाएं. इससे शिव जी की कृपा प्राप्त होती है.
दूध-गंगाजल से अभिषेक- सावन में सोमवार के दिन व्रत रखने से अविवाहित लड़कियों को योग्य वर की प्राप्ति होती है. वहीं, शादीशुदा महिलाओं का वैवाहिक जीवन सुखमय होता है. सावन माह में भगवान शिव का दूध और गंगाजल से अभिषेक करने का भी विशेष महत्व है. इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि शिव जी को दूध और गंगाजल से अभिषेक करना बेहद पसंद है. इसलिए महादेव की कृपा पाने के लिए नियमित जल अर्पित करें.
इत्र, चंदन और भांग- भगवान शिव को सावन के महीने में ऊपर बताई गई चीजों के साथ इत्र, चंदन, भांग, दूध, दही, शहद, घी केसर आदि भी अर्पित किया जा सकता है. इन सभी को साथ में मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित किया जा सकता है. इससे शिव जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं.
सुगंधित और ताजे फूल- भगवान शिव को महादेव भी कहा जाता है. मान्यता है कि सभी देवों में भगवान शिव को उच्च स्थान प्राप्त है. ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव को कन्नेर के फूल बेहद पसंद है. ऐसे में पूजा के समय शिव जी को कन्नेर के फूल जरूर अर्पित करें. इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी.


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