इन 8 राशियों पर रहेगी शनि की टेढ़ी नजर, रहना होगा सतर्क

शनि के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है।

Update: 2021-07-10 10:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शनि के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है। शनि को ज्योतिष में पापी और क्रूर ग्रह कहा जाता है। शनि के अशुभ प्रभावों से व्यक्ति का जीवन बुरी तरह प्रभावित होता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिन राशियों पर शनि की टेढ़ी नजर रहती है, उन्हें विशेष सावधान रहने की आवश्यकता होती है। ज्योतिष में 12 राशियों का वर्णन है। कुछ समय बाद इन 12 राशियों में से 8 राशियों पर शनि की टेढ़ी नजर रहेगी। आइए जानते हैं कुछ समय बाद किन राशियों को सावधान रहने की आवश्यकता है।

शनि के राशि परिवर्तन को ज्योतिष में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। शनि ढाई साल में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं। सभी ग्रहों में शनि सबसे धीमी चाल चलते हैं। शनि के राशि शनि के राशि परिवर्तन करने पर किसी राशि से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जाता है तो किसी राशि पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाती है। 29 अप्रैल 2022 को शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती और कर्क, वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही धनु राशि से शनि की साढ़ेसाती और तुला, मिथुन राशि से शनि की ढैय्या हट जाएगी, लेकिन 12 जुलाई, 2022 में शनि एक बार फिर राशि परिवर्तन करेंगे, जिससे इन राशियों पर फिर से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या शुरू हो जाएगी।
रोजाना करें हनुमान चालीसा का पाठ
हनुमान जी की पूजा- अर्चना करने से शनि का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है। हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें।
शिवलिंग पर जल अर्पित करें
भगवान शिव की कृपा से शनि देव के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रोजाना शिवलिंग पर जल अर्पित करें
शनि चालीसा और मंत्र का जप करें
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि चालीसा और शनि देव के बीज मंत्र का जप करें। शनि देव की पूजा- अर्चना करने से शनिदेव के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।
इस मंत्र का जप करें
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)


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