शनि का वक्री होना और किन राशियों पर पड़ेगा शुभ और अशुभ प्रभाव

ज्योतिष में शनि ग्रह की चाल और स्वभाव का विशेष महत्व होता है। शनि ग्रह को कर्म फल दाता कहा जाता है।

Update: 2022-06-01 09:24 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष में शनि ग्रह की चाल और स्वभाव का विशेष महत्व होता है। शनि ग्रह को कर्म फल दाता कहा जाता है। यह व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए कर्मों के आधार पर ही फल प्रदान करते हैं। शनि ग्रह के राशि परिवर्तन,अस्त,मार्गी और वक्री होने पर देश-दुनिया के साथ सभी जातकों के जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है। सभी ग्रहों में शनि सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। शनि किसी भी राशि में करीब ढाई वर्षों तक रहते हैं और इस दौरान मार्गी और वक्री चाल भी चलते हैं। शनि इस महीने 05 जून को सुबह करीब 4 बजे वक्री हो जाएंगे।

कुंभ राशि में शनि के वक्री का महत्व
शनिदेव बीते 29 अप्रैल से अपनी दूसरी स्वराशि कुंभ में विराजमान है। शनिदेव को मकर और कुंभ राशि का स्वामित्व प्राप्त है। शनि कुंभ राशि में रहते हुए अब इसमें वक्री चाल से चलने वाले हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी कोई ग्रह अपनी स्वयं की राशि में होता है तो वह सदैव अच्छा परिणाम देता है। हालांकि जब भी कोई ग्रह वक्री होता है यानी उल्टी दिशा में चलने लगता है तो जातकों के जीवन पर विपरीत असर डालने लगता है। कार्य में छोटी-मोटी बाधाएं पैदा होने लगती हैं। करियर में असफलताएं और व्यापार में कम मुनाफा मिलने के संकेत देती है। व्यक्ति के खर्चे पहले की तुलना में बढ़ जाते हैं। लेकिन यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि जातक की कुंडली में शनि देव किस भाव में विराजमान हैं। शुभ भाव में होने पर अच्छा परिणाम और अशुभ भाव में बैठने पर परेशानियां देते हैं।
शनि का वक्री होना और राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव
इन राशियों को मिलेंगे अच्छे रिजल्ट
मेष राशि- 05 जून 2022 से शनि के कुंभ राशि में वक्री होने पर मेष राशि के जातकों पर इसका शुभ और लाभ प्रदान करने वाला होगा। कार्यों में बाधाएं समाप्त होंगी। योजनाएं सही दिशा की तरफ आगे बढ़ेंगी। धन लाभ के एक से ज्यादा मौके आपको प्राप्त होने वाले हैं। समाज में आपके द्वारा किए गए कार्यों की चारो तरफ प्रशंसा होगी जिसे कारण आपके यश और कीर्ति में वृद्धि होगी। संतान सुख और परिवार के सदस्यों का सहयोग प्राप्त होगा। करियर में यह समय आपके लिए अच्छे संकेत दे रहा है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए शनि का कुंभ राशि में वक्री होना किसी वरदान से कम नहीं है।
कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री होना अच्छा संकेत है। पैतृक संपत्ति से लाभ पाने की संभावना है। समय आपके अनुकूल रहेगा। अगर किसी जातक के कोर्ट कचहरी में कोई विवाद चल रहा है तो फैसला आपके पक्ष में आने के अच्छे संकेत है। धन लाभ के अच्छे मौके आपके हाथ में लगेंगे। छात्रों के नजरिए से शनि का वक्री होना प्रतियोगिता परीक्षा में अच्छे परिणाम की तरफ इशारा मिल रहा है। सेहत में अच्छा सुधार देखने को मिल सकता है। यात्रा पर जा सकते हैं जहां पर आपकी किसी ऐसे व्यक्ति के मुलाकात हो सकती है जो आपके करियर में चार चांद लगा सकता है।
धनु राशि: शनि का वक्री होना धनु राशि के जातकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कमाई के अच्छे मौके आपको प्राप्त होने वाले हैं। व्यापार में अब से अड़चनें दूर होंगी। अच्छी सफलता मिलनी अब से शुरू हो जाएंगी। करियर को नई ऊंचाई मिलेगी। महत्वपूर्ण फैसले आपके पक्ष में आएंगे। नौकरी में प्रमोशन और आर्थिक लाभ के अच्छे संकेत हैं। परिवार में तालमेल रहेगा।
इन राशि वालों के लिए रहेंगी परेशानियां
कर्क राशि- जीवन में चल रही बाधाओं से अभी आपको छुटकारा नहीं मिलेगा। नौकरीपेशा जातकों के लिए कुछ दिनों तक मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। वाद-विवाद के मामले बढ़ सकते हैं। धन हानि भी हो सकता है। सेहत के संबंध में आपको विशेष सावधानी बरतनी होगी।
वृश्चिक राशि: जीवन में अचानक आपके अनावश्यक खर्चे बढ़ने आरंभ हो जाएंगे। मानसिक तनाव के कारण आपका दिन सही ढ़ग से नहीं बीतेगा। धन के निवेश में सावधानी बरतनी होगी नहीं तो आपको आर्थिक चोट भी पहुंच सकती है। परिवार में किसी मुद्दे को विवाद पनप सकता है।
मीन राशि: शनि का वक्री होना आपके लिए अच्छे संकेत नहीं है। व्यापार में नुकसान हो सकता है इसलिए किसी योजना को आप आगे के लिए टाल सकते हैं। करियर में कुछ रूकावटें आएंगी जिस वजह से आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे। किसी को उधार देने से बचें। नहीं तो आपका पैसा लंबे समय के लिए फंस सकता है।
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