शनि होने जा रहे वक्री, जानें कन्या राशि का हाल

17 जून से। 17 जून से 4 नवंबर तक लगभग 140 दिनों के लिए शनि वक्र

Update: 2023-05-20 13:17 GMT

Shani Vakri 2023: आज बात करेंगे शनि वक्री के बारे में। शनि वक्री होने जा रहे हैं 17 जून से। 17 जून से 4 नवंबर तक लगभग 140 दिनों के लिए शनि वक्र अवस्था में रहेंगे। कई लोग इस बात को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं कि वक्री अवस्था क्या होती है ? शनि हर साल वक्री होते हैं। सूर्य और चंद्रमा वक्री नहीं हो सकते। इन्हीं दो ग्रहों के हिसाब से कैलेंडर बनते हैं। राहु और केतु हमेशा वक्री रहते हैं। बुध साल के 90 दिन के आसपास वक्री रहते हैं। वक्र अवस्था सामान्य तौर पर जून के महीने से ही शुरू होती है।

जब सूर्य ग्रहण लग जाता है ग्रहों की पोजीशन ऐसी होती है वो सूर्य से दूर चले जाते हैं। कोई भी प्लेनेट जो वक्री है, वो अपना फल करने की चाहे वो बढ़िया है या बुरा उसकी चेष्टा बढ़ जाती है। तो निश्चित तौर पर आपको इसके फल देखने को मिलते हैं। तो आइए जानते हैं, इस वक्री से मिथुन राशि वालों के जीवन में क्या बदलाव आएगा ?Effect of Saturn retrograde on Virgo शनि वक्री का कन्या राशि पर प्रभाव: कन्या राशि एक ऐसी राशि है, जहां पर शनि बहुत बढ़िया फल करते हैं। कन्या राशि के जातकों के लिए शनि छठे भाव से गोचर कर रहे हैं।

छठा ग्रह एक ऐसा ग्रह है, जहां पाप ग्रह शुभ फल करते हैं। शनि का चेष्टा बल ज्यादा है। शनि की मकर राशि आपकी कुंडली में पंचम स्थान में आती है। पंचम भाव से पढ़ाई और प्रेम देखा जाता है। यदि आप सिंगल हैं तो आपकी लाइफ में कोई आ सकता है। अगर संतान नहीं हो रही है तो इसके भी फल मिल सकते हैं। जो लोग आगे पढ़ना चाहते हैं, उनके लिए उच्च शिक्षा के द्वार खुल जाएंगे।

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