samudhrik shashtra सामुद्रिक शास्त्र: हाथ की रेखाओं को लोग ज्यादा महत्व देते हैं, लेकिन अन्य शारीरिक लक्षणों से भी भविष्य की घटनाओं के बारे में जान सकते हैं। पैरों की बनावट, उनके रंग, आकार और उन पर स्थित चिह्नों को देखकर व्यक्ति के स्वभाव और उसके भविष्य के बारे में जा सकते हैं। आइए आपको ऐसे कुछ खास निशान और पैरों के आकार के बारे में बताते हैं ये खास बातें।
- तलवे गुलाबी आभा लिए हों या रक्त की तरह लाल आभायुक्त हों, तो ऐसे व्यक्ति के भाग्य में जीवन की सभी सुख-सुविधाएं होती हैं, वह उच्च पद पाता है।
- पैर में कलश, कमल, पंखा, शंख, छत्र, धनुष, रथ, भौंरा, सूर्य, चंद्रमा, ध्वजा, गदा, मीन, बाण आदि चिह्न हों तो वह व्यक्ति अत्यन्त ही भाग्यशाली होता है।
- पैरों की अंगुलियां बराबर, कुछ दाहिनी ओर झुकी हुई, मुलायम, परस्पर मिली हुई उन्नत, आगे से गोल तथा देखने में चिकनी और चमकदार मालूम हो तो ऐसा व्यक्ति बहुत ऐश्वर्यशाली होता है।
- चलते समय जिन स्त्रियों के पैर के तलवे भूमि से अच्छी तरह स्पर्श करें और रंग में लाल कमल के समान हों, तो ऐसे चरणों से युक्त स्त्री धन व opulent होती हैं। जीवन में किसी भी वस्तु की कमी नहीं होती। ऐसे शुभ लक्षणों से युक्त कन्या से विवाह करने वाला व्यक्ति विवाह के बाद राजा के समान सुखी जीवन व्यतीत करता है।
- एड़ी गोलाकार, नरम और सुंदर हो तो ऐसे व्यक्ति का जीवन हर तरह के ऐश्वर्य और सुख से भरा होता है। बड़ी एड़ी वाले स्त्री-पुरुष दीर्घायु माने गए हैं।
- पैर का अंगूठा चपटा, कटा-फटा, टेढ़ा, रूखा या बहुत छोटा हो तो उक्त लक्षण अशुभ होते हैं।
- जिस पुरुष के पैर आगे बहुत चौड़े और पीछे बहुत सिकुड़े हो, या दूर-दूर अंगुलियों के लक्षणों के साथ पैरों में नसों का जाल दिखाई दे वह अशुभ माना जाता है, प्रायः उसके भाग्य में दुःख ज्यादा होता है।
- पैर के पृष्ठ और तलवे वाले दोनों भागों पर पसीना आना शुभ लक्षण नहीं होता है। पृष्ठ भाग पर ज्यादा बालों का होना भी अशुभ लक्षण ही हैं।