रूस-यूक्रेन युद्ध की भविष्यवाणी हुई सच, भारतीय ज्योतिषी ने अक्टूबर 2020 में कर दी थी भविष्यवाणी
ऐसी घटनाओं को लेकर सालों पहले भविष्यवाणी कर दी थी. बाबा वेंगा ने कहा था कि रूस के आगे कोई नहीं टिकेगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर पल कई घटनाएं घटित होती रहती हैं लेकिन इनमें से कुछ ऐसी होती हैं जिनका असर पूरी दुनिया पर होता है. जैसे युद्ध, आपदा, महामारी, स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट, मंदी आदि. इस समय दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध की कगार पर खड़ी है. रूस और यूक्रेन एक-दूसरे पर पूरी ताकत से आग उगल रहे हैं. यूक्रेन की धरती से जंग में मर रहे लोगों से लाल हो रही है. रूस और यूक्रेन के बीच तनाव की स्थिति कई साल पुरानी है लेकिन यह तनाव एक दिन ऐसे भयावह युद्ध का रूप ले लेगा इसके बारे में कुछ भविष्यवेत्ताओं ने पहले ही बता दिया था. दुनिया के मशहूर भविष्यवक्ता बाबा वेंगा, नास्त्रेदमस आदि ने ऐसी घटनाओं को लेकर सालों पहले भविष्यवाणी कर दी थी. बाबा वेंगा ने कहा था कि रूस के आगे कोई नहीं टिकेगा.
भारतीय ज्योतिषी ने 16 महीने पहले की थी भविष्यवाणी
भारत के ज्योतिषी पंडित इंदु शेखर शर्मा ने 16 महीने पहले ही रूस-यूक्रेन युद्ध की भविष्यवाणी कर दी थी. पंडित शर्मा पंजाब के कुराली (ग्रेटर मोहाली) के रहने वाले हैं. उन्होंने अक्टूबर 2022 में प्रकाशित हुई किताब 'वार्षिक ज्योतिषीय भविष्यवाणी' (पंचांग) में यूरोप में युद्ध होने की भविष्यवाणी कर दी थी, जो सच साबित हुई. 80 वर्षीय पंडित इंदु शेखर शर्मा का परिवार पिछले 95 वर्षों से इस बुक (पंचांग) को पब्लिश कर रहा है. अब इस पंचांग में की गई भविष्यवाणी की फोटो जमकर वायरल हो रही है.
कहा था- दुनिया की शांति भंग होगी
'यूरोपीय देशों का वार्षिक राशिफल' नाम की इस पुस्तक में पंडित इंदु शेखर शर्मा ने भविष्यवाणी की थी कि '26 फरवरी से 7 अप्रैल 2022 के बीच मकर राशि में शनि और मंगल की उपस्थिति युद्ध का कारण बनेगी. इससे दुनिया की शांति भंग हो सकती है.' इस किताब के पेज नंबर 54 पर प्रिंट हुई इस भविष्यवाणी की फोटो सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है.
भारत इसलिए नहीं पड़ा विवाद में...
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक मकर में शनि और मंगल सहित 2 ग्रहों की उपस्थिति संघर्ष कराती है. चूंकि भारत की राशि मकर है, जो अधिक मजबूत है इसलिए भारत रूस-यूक्रेन संकट पर संभलकर चलते हुए बीच का रास्ता अपना रहा है और इस विवाद में सीधे तौर पर शामिल नहीं हुआ है. आशंका है कि अमेरिका और नाटो के हस्तक्षेप न करने की सूरत में यह संघर्ष मार्च के मध्य तक चल सकता है. हालांकि इससे भारत और पड़ोसी देश पाकिस्तान पर न के बराबर असर पड़ेगा.
बता दें कि पंडित इंदु शेखर शर्मा के बेटे आशुतोष शर्मा ने भी यूक्रेन के विश्वविद्यालय से ही एमबीबीएस की डिग्री ली है. वहीं पंडित इंदु शेखर शर्मा की भविष्यवाणियां की पहले की गईं भविष्यवाणियां भी सच साबित हो चुकी हैं. इसमें कारगिल युद्ध, लाल बहादुर शास्त्री और अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल की भविष्यवाणी शामिल हैं.