रक्षाबंधन 2023: बांके बिहारी के लिए बहनों ने भेजी सोने-चांदी की राखी, खत लिख ठाकुर जी से मांगा ये वरदान
की राखी, खत लिख ठाकुर जी से मांगा ये वरदान
भाईयों की कलाई पर राखी बांधने का इंतजार अब खत्म होने को है. देश भर में बहनें या तो अपने भाई को राखी बांधने के लिए उनके घर पहुंच गई हैं या फिर उनकी राखी डाक के जरिए पहुंच गई है. हिंदू धर्म में बहनें अपने भाई के साथ कान्हा की कलाई में भी अपनी राखी बांधती हैं ताकि पूरे साल उसके भाई के साथ उस पर भगवान कृष्ण की कृपा बरसती रहे. कुछ बहनें अपने में विराजमान लड्डू गोपाल को तो कुछ बहनें वृंदावन में विराजमान बांकेबिहारी को पोस्ट के माध्यम से राखी भेजती हैं.
यदि बात करें ब्रजमंडल की तो यहां पर रक्षाबंधन का पावन पर्व बड़ी धूमधाम के साथ आयोजित किया जाता है. ब्रज में रक्षाबंधन की अलग ही धूम देखने को मिलती है क्योंकि ब्रज में बहन भाई की कलाई पर राखी बांधने के साथ कान्हा की कलाई पर राखी बांधने के लिए उनके पावन धाम पहुंचती हैं और जो नहीं पहुंच पाती हैं, उनकी रााखियां कोरियर के जरिए यहां प्रतिदिन पहुंच रही है.
सालों-साल से चली आ रही है परंपरा
बांके बिहारी के दरबार में राखी भेजने की परंपरा सालों से चली आ रही है. मान्यता है कि जिन बहनों के कोई भाई नहीं होता है, वो ठाकुर जी को भाई मानकर अपनी राखी पोस्ट कर देती है और पूरे साल अपनी सुरक्षा, सुख और सौभाग्य को लेकर उनसे वचन लेती हैं. हर साल की तरह इस साल भी बांके बिहारी मंदिर में हजारों की संख्या में राखी कोरियर और डाक के जरिये पहुंच रही है.
सोने-चांदी के तार वाली राखी
बांके बिहारी मंदिर में जितनी भी राखियां आ रही हैं, उसे मंदिर प्रबंधन समिति एक जगह एकत्रित करके रख रही है. जिसे रक्षाबंधन के दिन शुभ मुहूर्त में बांके बिहारी जी को अर्पित कर दिया जाएगा. बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर जी के लिए राखी रक्षाबंधन से एक महीने पूर्व ही आना प्रारंभ हो जाती है. जिसे प्रतिदिन सही तरीके से सहेज कर एक जगह एकत्रित किया जाता है. भगवान बांके बिहारी के लिए आई इन राखियों में रेशमी राखी से लेकर चांदी-सोने की भी राखी शामिल होती हैं.
बहनें लिखती हैं कान्हा के लिए खत
बहनों के द्वारा भेजी गई राखी के लिफाफे में उनके द्वारा लिखे गये पत्र और मनोकामनाओं के साथ रोली चावल और गिफ्ट भी पहुंच रहा है. कुछ बहनों के खत में तमाम तरह की कामनाओं के पूरा होने का जिक्र होता है तो वहीं कुछ का होता है शिकायत भरा पत्र. जिसमें उनकी कृपा बरसने में देरी होने या फिर मनोकामनाएं न पूरा होने का जिक्र होता है.