इन वास्तु दोषों के कारण नहीं हो पाती है व्यक्ति की उन्नति, जानें इससे छुटकारा पाने का उपाय
वास्तुशास्त्र का हमारे दैनिक जीवन की गतिविधियों और घर के अंदर की वस्तुओं से भी सीधा संबंध होता है.

वास्तुशास्त्र का हमारे दैनिक जीवन की गतिविधियों और घर के अंदर की वस्तुओं से भी सीधा संबंध होता है. कई बार हम घर के अंदर कुछ चीजें अनजाने में करते हैं, लेकिन वह वास्तु दोष (Vastu Dosh) को बढ़ाने का काम करते हैं. उन वास्तु दोषों के कारण व्यक्ति की उन्नति नहीं हो पाती है. उसका विकास रुक जाता है. घर के अंदर शांति की जगह कलह और लड़ाई-झगड़े ले लेते हैं. नौकरी में मनचाहा प्रदर्शन नहीं होता है, बिजनेस मंदा होने लगता है. ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे कि वास्तु दोष न हो और आपकी तरक्की भी प्रभावित न हों. आइए जानते हैं उन बातों के बारे में.
1. यदि आपके घर के अंदर किसी भी देवी या देवता की मूर्ति खंडित हो गई है, तो उसे घर से बाहर कर दें. खंडित मूर्ति रखना या पूजा करना, दोनों ही वास्तु दोष माना जाता है.
2. घर के अंदर या आपके परिवार के किसी सदस्य की कलाई घड़ी खराब हो गई है और काफी समय से बंद पड़ी है, तो उसे हटा दें. यदि मरम्मत होने से ठीक हो जाए, तो उसे सही करा लें. वास्तुशास्त्र में घड़ी को प्रगति का सूचक माना जाता है. बंद घड़ी आपके परिवार के लिए ठीक नहीं है.
3. घर के अंदर की उत्तर-पश्चिम दिशा यानी वायव्य कोण को सही रखना चाहिए. यह शक्ति और सेहत से जुड़ा होता है. इसके खराब होने से शत्रुता बढ़ती है.
4. आप अपने घर या बगीचे में कैकटस या कटीले पेड़-पौधे न लगाएं. वास्तुशास्त्र में इनको वर्जित माना गया है. इनको नकारात्मकता का प्रतीक मानते हैं. ये आपके काम को खराब कर सकते हैं.
5. घर में साफ-सफाई न होने होने से भी दुर्भाग्य बढ़ता है. सेहत खराब होती है. अपने बेड के नीचे जूते-चप्पल आदि न रखें. ये रोग के साथ आपको तनाव भी देंगे.
6. घर के अंदर टूटी और बेकार पड़ी वस्तुओं को न रखें. पुराने फटे कपड़ों को भी हटा देना चाहिए. मकड़ी के जालों को समय समय पर साफ करना चाहिए.