घर में रहती है सकारात्मक ऊर्जा तो कर लें ये 3 खास बदलाव, चमक जाएगी सोई किम्मत!
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर की दिशा और उसके डिजाइन में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है
नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर की दिशा और उसके डिजाइन में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है. वास्तु शास्त्र के जानकार मानते हैं कि घर बनवाते समय वास्तु के नियमों को नजरअंदाज करने से निगेटिव एनर्जी बनी रहती है. ऐसे में घर के वास्तु दोष को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए घर में कुछ बदलाव करना चाहिए.
घर का पूजा मंदिर
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के पूजा मंदिर के लिए सबसे उपयुक्त दिशा ईशान कोण (पूरब-उत्तर का कोना) है. ऐसे में घर का मंदिर हमेशा पूरब, उत्तर या पूर्व-उत्तर के कोण में होना चाहिए. साथ ही मंदिर थोड़ी उंचाई पर भी होनी चाहिए.
घड़ी की दिशा
वास्तु शास्त्र के मुताबिक अगर घर में उचित स्थान पर घड़ी ना लगाई जाए तो जीवन में अनेक आर्थिक परेशानियां आती हैं. वास्तु के मुताबिक घर में कभी भी घड़ी को पश्चिम या दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए. वहीं, घड़ी को पूरब या उत्तर दिशा में लगा सकते हैं.
तुलसी
हिंदू धर्म में तुलसी का विशेष महत्व है. वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि तुलसी का पौधा घर के आंगन में लगा होना चाहिए. इसके अलावा तुलसी के पौधे को घर के पूरब या पूर्व-उत्तर दिशा में लगना शुभ माना गया है. इस तरह से तुलसी का पौधा लगाने से आर्थिक संकट दूर होते हैं. साथ ही घर में खुशहाली बरकरार रहती है.