Pradosh Vrat प्रदोष व्रत : हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना संध्याकाल में करने का विधान है। साथ ही जीवन सुखमय बनाए रखने के लिए व्रत भी किया जाता है।
धार्मिक मत है कि प्रदोषThere is a religious belief that Pradosh व्रत पर महादेव की उपासना करने से जातक को जीवन में व्याप्त सभी दुखों से मुक्ति मिलती है।शिव पुराण के अनुसार, भगवान शिव को पंचामृत, शहद और मालपुआ का भोग लगाने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और जल्द शादी होने के योग बनने लगते हैं।
अगर आप जीवन में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा कर सूखे मेवे का भोग लगाएं। मान्यता है कि मेवे का भोग लगाने से आर्थिक तंगी में सुधार होता है और धन लाभ के योग बनते हैं। साथ ही कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
संतान सुख की प्राप्ति के लिए प्रदोष व्रत बेहद Pradosh fast is extremely उत्तम माना जाता है। इस दिन महादेव को दही और घी का भोग लगाएं। माना जाता है कि इन चीजों का भोग लगाने से जातक के जीवन के कष्ट खत्म होते हैं।
इसके अलावा भगवान शिव के भोग में हलवा को भी शामिल कर सकते हैं। इससे साधक की सभी मुरादें पूरी होती हैं और प्रभु प्रसन्न होते हैं।त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।
इस मंत्र का अर्थ है कि हे भगवान जो भी मेरे पास है। वो आपका दिया हुआ है। मैं आपको दिया हुआ अर्पित करता हूं। मेरे इस भोग को आप स्वीकार करें।