वैशाख पूर्णिमा पर करें पूजा, आय में होगी वृद्धि

Update: 2024-05-21 12:51 GMT
ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि को बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है ऐसे साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि आती है लेकिन इन सभी में वैशाख पूर्णिमा को महत्वपूर्ण बताया गया है इसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था ऐसे में इस दिन भगवान बुद्ध की विधिवत पूजा की जाती है
 धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूर्णिमा तिथि माता लक्ष्मी की साधना को समर्पित होती है इस दिन देवी लक्ष्मी की विधिवत पूजा करना लाभकारी माना जाता है ऐसा करने से दुख दूर हो जाते हैं और माता की असीम कृपा बरसती है इस दिन स्नान, दान, पूजा पाठ और तप जप का विधान होता है इस बार वैशाख पूर्णिमा 23 मई दिन गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन पूजा पाठ के दौरान अगर महालक्ष्मी स्तोत्र का पाठ भक्ति भाव से किया जाए तो देवी प्रसन्न हो जाती है और सुख सौभाग्य व आय में वृद्धि कराती है तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं ये चमत्कारी स्तोत्र।
 ।।महालक्ष्मी स्तोत्र।।
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते।
शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि।
सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
सर्वज्ञे सर्ववरदे देवी सर्वदुष्टभयंकरि।
सर्वदु:खहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि।
मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
आद्यन्तरहिते देवि आद्यशक्तिमहेश्वरि।
योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
स्थूलसूक्ष्ममहारौद्रे महाशक्तिमहोदरे।
Vaishakh purnima 2024 do these work on purnima puja
महापापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
पद्मासनस्थिते देवि परब्रह्मस्वरूपिणी।
परमेशि जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
श्वेताम्बरधरे देवि नानालंकारभूषिते।
जगत्स्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
महालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं य: पठेद्भक्तिमान्नर:।
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा।।
एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनम्।
द्विकालं य: पठेन्नित्यं धन्यधान्यसमन्वित:।।
त्रिकालं य: पठेन्नित्यं महाशत्रुविनाशनम्।
महालक्ष्मीर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा।।
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