भारतीय समाज में ग्रहों और कुंडली का विशेष महत्व हैं। जिसके आधार पर किसी भी राशि के जातकों के बारे में जानकारी को प्राप्त किया जा सकता हैं। कुंडली में लग्न देखकर ही व्यक्ति का व्यक्तित्व निश्चित होता हैं और उसी के अनुसार ही व्यक्तित्व का निर्माण होता हैं। आज इसी कड़ी में हम लेकर आये हैं आपके लिए मिथुन राशि के जातकों के बारे में जानकारी कि किस तरह से उनके गुण, लक्षण, भविष्य उनके लग्न से निर्धारित होते हैं। तो आइये जानते हैं मिथुन राशि के जातकों के स्वभाव के बारे में।
मिथुन लग्न के जातक का रंग गेहुँआ, इनके नाक नक्श तीखे तथा बाल घुंघराले होते है, इनका स्वामी ग्रह बुध होता है, इस लग्न के जातक विद्या अध्ययन में निपुण और कुशल बुद्धि वाले होते है। इनकी तर्क क्षमता अदबुद्ध होती है, बुध ग्रह से प्रभावित होने के कारण इनकी गणित पर अच्छी पकड़ होती है और इनमे नया कुछ सीखने की प्रवृति पाई जाती है ।इस लग्न के जातको को घूमने का, प्राकृतिक स्थानों जैसे वन भ्रमण, पहाड़ो पर घूमना पसंद होता है। इनकी संगीत में रूचि होती है, इनकी विशेषता यह होती है कि एक साथ कई कार्य निपुणता से पूरा करते है।
किसी भी कार्य को उँच्चाईयो तक पहुंचाने कि क्षमता रखते है क्योकि इनमे आत्मविश्वास भरपूर होता है, इनको गले व नाक कि बीमारियाँ हो सकती है। ये शिक्षा, कला, पर्यटन, अध्यापक, पत्रकार, लेखक, कवि आदि व्यवसाय अपना सकते है । इस लग्न के जातको के लिए बुध, शुक्र, शनि शुभ व सूर्य , चंद्र, मंगल तथा गुरु अशुभ ग्रह है और बुधवार, शुक्रवार व शनिवार इनके लिए शुभ वार है।
मिथुन द्विस्वभावी, मिश्रित प्रकृति वाली पुरुष राशि है, ये वायु तत्व के अंतर्गत आती है । इस राशि के लोग कुशल व्यवसायी, लेखक तथा गणितज्ञ हो सकते है, कला की ओर इनका विशेष रुझान होता है तथा ये फिल्मे, नाटक व कलाकार का व्यवसाय अपना सकते है।