नवंबर में इस तारीख से खत्‍म होंगे पंचक, शुरू होंगे शुभ कार्य

Update: 2022-11-07 03:38 GMT

 हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने में 5 दिन ऐसे आते हैं, जिनमें शुभ कार्य वर्जित रहते हैं. जैसे- विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्‍कार आदि. यह 5 दिन पंचक के होते हैं. पंचक काल को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना गया है. लंकापति रावण की मृत्‍यु भी पंचक के दौरान ही हुई थी. नवंबर महीने में 2 नवंबर को पंचक शुरू हुए थे और 7 नवंबर को समाप्‍त होंगे. लिहाजा 5 दिन से बंद रहे शुभ कार्य 7 नवंबर से किए जा सकेंगे.

ऐसे बनता है पंचक योग

ज्योतिष के अनुसार जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में होता है तो उस योग को पंचक योग कहते हैं. पंचक का मतलब होता है दोहराव होना. यानी कि इस दौरान जो घटना हुई है वो बार-बार होगी. इसलिए पंचक के दौरान किसी की मृत्‍यु होने पर अंतिम संस्‍कार के समय प्रतीक के तौर पर 5 नारियल साथ में रखे जाते हैं. ताकि परिवार के अन्‍य सदस्‍यों पर कोई संकट न आए. मान्‍यता है कि पंचक में किसी की मृत्‍यु होने पर 5 और लोगों के जीवन पर संकट आ सकता है.

पंचक खत्‍म होने के बाद भी नहीं हो सकेंगे विवाह

हालांकि 7 नवंबर 2022, सोमवार को पंचक खत्‍म होने के बाद भी शादी-विवाह जैसे शुभ कार्य संपन्‍न नहीं हो पाएंगे. दरअसल विवाह के लिए शुक्र तारा का उदित रहना बहुत जरूरी है. चूंकि शुक्र तारा 1 अक्‍टूबर से अस्‍त है और 20 नवंबर 2022 को उदित होगा. ऐसे में शुक्र तारा उगने के बाद ही विवाह मुहूर्त शुरू होंगे. लिहाजा पंचक खत्‍म होने और तुलसी विवाह संपन्‍न होने के बाद भी नवंबर में विवाह शुरू नहीं हुए हैं. इस सीजन के विवाह मुहूर्त 24 नवंबर 2022 से शुरू होंगे. इसके बाद 15 दिसंबर से 15 जनवरी 2023 तक सूर्य के धनु राशि में रहने के दौरान एक बाद फिर शादियों पर ब्रेक लग जाएगा.


Tags:    

Similar News

-->