हस्तरेखा शास्त्र: ये रेखाएं हथेली के नीचे होती हैं, ये हमारी आयु, धन और मान-सम्मान का निर्धारण करती हैं

आयु, धन और मान-सम्मान

Update: 2022-06-23 05:05 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उज्जैन. हथेली की रेखाओं का अध्ययन हस्तरेखा शास्त्र में किया जाता है जिसे पामेस्ट्री (palmistry) भी कहते हैं। हस्तरेखा शास्त्र में मणिबंध रेखा (Manibandh Rekha) को जीवन रेखा के बाद सबसे महत्वपूर्ण रेखा कहा गया है। क्योंकि यह रेखा उम्र, धन-संपत्ति और मान-सम्मान के बारे में बताती है। मणिबंध रेखा कलाई के सबसे नीचे होती है, यही रेखा हाथ और कलाई को आपस में जोड़ी है। ये रेखा एक नहीं कम से कम 3 से 4 होती हैं। ये एक जंजीर की तरह दिखाई देती है। आगे जानिए मणिबंध रेखा से जुड़ी खास बातें…

ये रेखाएं तय करती हैं व्यक्ति की उम्र
मणिबंध रेखाओं को देखकर किसी भी व्यक्ति की उम्र के बारे में भी अंदाजा लगाया जा सकता है। हस्तरेखा विज्ञानियों के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कलाई पर 4 मणिबंध रेखाएं हों तो उसकी पूर्ण आयु लगभग 100 वर्ष हो सकती है। जिसकी हथेली पर 3 मणिबंध रेखाएं हों तो उसकी उम्र 75 साल और 2 रेखाएं होने पर आयु 50 वर्ष हो सकती है। अगर किसी व्यक्ति की हथेली पर सिर्फ एक मणिबंध रेखा हो तो उसकी उम्र 25 वर्ष होती है।
ऐसी मणिबंध रेखा देती है शुभ फल
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जब मणिबंध रेखा से शुरू होकर कोई रेखा ऊपर की ओर जाती है तो ऐसा व्यक्ति किस्मत वाला होता है, उसे अपने जीवन में हर खुशी मिलती है और उसके पास धन-धान्य की भी कोई कमी नहीं होती। यदि मणिबंध रेखा से निकलकर कोई रेखा चंद्र पर्वत की ओर जा रही हो तो ऐसा व्यक्ति कई बार विदेश यात्राएं करता है और उसके पास भी धन-दौलत की कमी नहीं होती। ऐसे लोग या तो सफल बिजनेस मैन होते हैं या कोई बड़े अधिकारी। मणिबंध रेखाएं यदि स्पष्ट और निर्दोष हों तो प्रबल भाग्योदय के योग बनते हैं।
ऐसी मणिबंध रेखाएं होती हैं अशुभ
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, यदि मणिबंध रेखाएं टूटी हुई या छिन्न-भिन्न हों या उनमें किसी तरह का कोई दोष हो तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में लगातार बाधाएं आती रहती हैं। यदि मणिबंध रेखाएं जंजीरदार हो तो व्यक्ति को पैसों से जुड़ी समस्याओं का सामना जीवनभर करना पड़ता है। मणिबंध रेखा पर बिंदु हो तो पेट संबंधी रोग और द्वीप का चिह्न हो तो दुर्घटनाएं होने का भय बना रहता है।


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