Shani Dhaiya: इस दिन वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मिलेगी मुक्ति करे ये उपाय
Shani Dhaiya: ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को धन का कारक माना जाता है। वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति वृषभ Devguru Jupiter Taurus राशि में विराजमान हैं और वृश्चिक राशि के जीवनसाथी भाव में उपस्थित हैं। इस भाव से कारोबार और भागीदारी की भी गणना की जाती है। गुरु के राशि परिवर्तन से वृश्चिक राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। हालांकि, वर्तमान समय में वृश्चिक राशि के जातक शनि की ढैय्या से भी पीड़ित हैं।
ज्योतिषियों की मानें तो शनि की ढैय्या के दौरान जातक को जीवन में कर्म karma in life अनुसार फल प्राप्त होता है। इस राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य राम भक्त हनुमान जी हैं। हनुमान जी की पूजा करने से शनि दोष दूर होता है। अत: वृश्चिक राशि के जातक हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करें।
आइए जानते हैं कि वृश्चिक राशि के जातकों को कब शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलने वाली है? वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल देव हैं और आराध्य मर्यादा पुरोषत्तम भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी हैं। इस राशि के जातकों के लिए शुभ रंग लाल है और शुभ अंक 1 और 8 है। वहीं, शुभ दिन मंगलवार, गुरुवार और रविवार हैं। वृश्चिक राशि के जातक मंगलवार के दिन हनुमान जी की अवश्य पूजा करें। अगर आप रत्न धारण करना चाहते हैं, तो मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि, धारण करने से पहले निकटतम ज्योतिष से अवश्य सलाह लें।
शनि गोचर Saturn Transit
ज्योतिष गणना के अनुसार 29 मार्च, 2025 को शनिदेव राशि परिवर्तन करेंगे। इस दिन शनिदेव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में शनिदेव कुल मिलाकर ढाई साल तक रहेंगे। इसके बाद मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन के साथ ही मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं, वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी उपाय Transit in Pisces
वृश्चिक राशि के जातक हर मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें।
बजरंगबली की कृपा पाने के लिए रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मंगलवार के दिन हनुमान जी को पूजा के समय सिंदूर अर्पित करें।
विशेष कार्य में सिद्धि पाने के लिए मंगलवार के दिन पवनसुत Pawanputra on Tuesday हनुमान को लड्डू भेंट करें।
मंगलवार का व्रत करने से भी साधक को हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।