यज्ञ करने के पीछे न केवल आध्यात्मिक बल्कि वैज्ञानिक भी लाभ, जानें मान्यता

हवन या यज्ञ (Yagya) एक ऐसी प्रथा है जो लगभग हर भारतीय घर में होती है.

Update: 2022-03-11 01:27 GMT

हवन या यज्ञ (Yagya) एक ऐसी प्रथा है जो लगभग हर भारतीय घर में होती है. हालांकि इसके धार्मिक महत्व के अलावा बहुत से लोग नहीं जानते कि इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण भी हैं. आज के समय में जहां हर कोई शारीरिक, मानसिक और आर्थिक संकट से जूझ रहा है, वहीं बहुत से लोग मन की शांति पाने के लिए भटकते नजर आते हैं. जबकि बहुत सी चीजें जैसे कि हेल्दी खाने की आदतें, योग, फिजिकल एक्टिविटी और हेल्दी जीवनशैली (Lifestyle) भी स्वस्थ जीवन के लिए बहुत मददगार हो सकती हैं. इसके अलावा एक अन्य विकल्प (Yagya Benefits) यज्ञ भी हो सकता है. यज्ञ के दौरान मंत्रों का उच्चारण एक कंपन उत्पन्न करता है. इससे एक सकारात्मक ऊर्जा निकलती है जो आपके शरीर के चक्रों को शुद्ध करती है. आइए जानें यज्ञ के अन्य लाभ.

मानसिक स्वास्थ्य
वर्तमान में लोगों की अनहेल्दी जीवनशैली मानसिक समस्याओं का कारण बन गई है. मानसिक तनाव होना इन दिनों काफी आम हो गया है. ऐसे में यज्ञ आपको मानसिक शांत प्रदान करने का काम करता है. ये आपके तनाव को कम करता है और आपके मन को शांत करता है. यज्ञ से निकलने वाले धुंए से तन और मन पवित्र होता है. इससे मानसिक शांति मिलती है.वायु को शुद्ध करता है
ये बेहद जरूरी है कि आप जिस हवा में सांस लेते हैं वो साफ और शुद्ध हो. बढ़ते प्रदूषण के स्तर के कारण अधिकतर लोग कई बीमारियों से पीड़ित हैं. डॉक्टर से सलाह लेने और स्वास्थ्य की देखभाल करने के अलावा यज्ञ और हवन करके अपने घर की हवा को भी शुद्ध करें. इससे प्रदूषित वायु को शुद्ध करने में मदद मिलती है. इससे वातावरण में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया और जीवाणु खत्म हो जाते हैं. यज्ञ में कई तरह की ऐसी सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है जो वातावरण में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करती हैं. इसमें आम की लकड़ी आदि शामिल हैं.
फेफड़ों के लिए है फायदेमंद
हवन के धुएं के संपर्क में आने से व्यक्ति के मस्तिष्क, फेफड़ें और श्वास संबंधी समस्याएं दूर होती है. इससे श्वसन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है.
धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यता के अनुसार यज्ञ घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है. ये नकारात्मकता को दूर करता है. इससे घर का वातावरण भी शुद्ध होता है. अगर किसी जातक की राशि में ग्रहों की चाल खराब है तो यज्ञ कर सकते हैं. इससे कुंडली के दोष का निवारण किया जा सकता है.
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