कार्तिक मास को अत्यंत शुभ महीना माना जाता है। इस महीने में धनतेरस, दिवाली जैसे महत्वपूर्ण पर्व मनाए जाएंगे। बता दें कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन नरक चतुर्दशी व्रत रखा जाता है। इस विशेष अवसर पर भगवान श्री कृष्ण और माता काली की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन यमराज देवता की पूजा का भी विशेष महत्व है। नरक चतुर्दशी पर्व को नरक चौदस, रूप चौदस और काली चौदस जैसे नामों से भी जाना जाता है। पंचांग के अनुसार यह व्रत दिवाली से एक दिन पहले रखा जाता है। लेकिन इस वर्ष अद्भुत संयोग के कारण दोनों महत्वपूर्ण पर्व एक साथ मनाए जाएंगे। आइए जानते हैं किस दिन रखा जाएगा यह व्रत, मुहूर्त और इस दिन क्या करना चाहिए।
नरक चतुर्दशी 2022 व्रत मुहूर्त
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ: 23 अक्टूबर 2022 को शाम 06 बजकर 03 मिनट से
चतुर्दशी तिथि समापन: 24 अक्टूबर 2022 को शाम 05 बजकर 27 मिनट पर
नरक चतुर्दशी व्रत तिथि: 24 अक्टूबर 2022, सोमवार
स्नान मुहूर्त: 24 अक्टूबर 2022, सुबह 05:08 - सुबह 06:31
काली चौदस 2022 तिथि और मुहूर्त: 23 अक्टूबर 2022, रविवार रात 11:42 से 24 अक्टूबर 2022 प्रात: 12:33 तक
नरक चतुर्दशी के दिन करें ये काम
किवदंतियों के अनुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध सृष्टि को उसके प्रकोप से बचाया था। इसलिए इस दिन कान्हा की पूजा से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है।