Nag Panchami ज्योतिष न्यूज़ : पंचांग के अनुसार हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है जो कि नाग देवता और शिव की साधना आराधना को समर्पित दिन है इस दिन नाग देवता की विधिवत पूजा की जाती है। इस साल नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा।
ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा देश के एक ऐसे अनोखे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जो सालभर बंद रहकर केवल नाग पंचमी के दिन ही दिनभर के लिए खुलता है और यहां नाग पंचमी के दिन भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा की जाती है मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन करने से कालसर्प दोष मिट जाता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी मंदिर के बारे में बता रहे हैं।
नागचंद्रेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश उज्जैन—
नागचंद्रेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में है जो कि प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर की तीसरी मंजिल पर स्थित है। आपको बता दें कि नागचंद्रेश्वर मंदिर केवल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानी की नाग पंचमी के शुभ अवसर पर ही खुलता है यह मंदिर इस दिन दिनभर खुला रहता है और यहां भक्त दर्शन व पूजन के लिए आते हैं। इस अनोखे मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि यहा साक्षात नागराज तक्षक विराजमान रहते हैं मंदिर में नाग देवता की अनोखी प्रतिमा है जिसके बारे में कहा जाता है कि ये प्रतिमा 11वीं शताब्दी की है जो कि नेपाल से यहां लाई गई थी। मान्यता है कि यहां दर्शन व पूजन करने से काल सर्प दोष समाप्त हो जाता है।
नागचंद्रेश्वर मंदिर केवल नाग पंचमी के दिन खुलता है और इस साल नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा। इसलिए इस बार नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट 8 अगस्त की रात 12 बजे खोले जाएंगे और अगले दिन यानी की 9 अगस्त की रात 12 बजे ही मंदिर का पट बंद हो जाएगा।