नवरात्रि में जरूर अपनाएं वास्तु के ये आसान उपाय, आपके घर में आएगी सुख-समृद्धि
हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। पितर पक्ष की समाप्ति के बाद से नवरात्रि के नौ दिनों को बहुत शुभ माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपों का व्रत और पूजन करने का विधान है।
हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। पितर पक्ष की समाप्ति के बाद से नवरात्रि के नौ दिनों को बहुत शुभ माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपों का व्रत और पूजन करने का विधान है। मान्यता है कि इन नौ दिनों तक घर में मां दुर्गा का वास होता है। इसलिए कोई नया या शुभ कार्य करने में मां का आशीर्वाद आपके साथ रहता है। वास्तुशास्त्र में भी नवरात्रि के नौ दिनों को विशेष माना जाता है। वास्तु के अनुसार इस नौ दिनों में कुछ विशेष उपायों को करने से घर में वर्ष भर सुख-समृद्धि बनी रहती है। सौभाग्य का आगमन होता है और दुख-दारिद्रय का नाश होता है। आइए जानते हैं नवरात्रि में किए जाने वाले वास्तु के उपायों के बारे में....
1-नवरात्रि में मां दुर्गा का घर में आगमन होता है, इसलिए इस काल में घर की साफ-साफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण द्वार बांधने से नकारात्मक शक्तियों का घर में प्रवेश नहीं होता है।
2- वास्तुशास्त्र के अनुसार नवरात्रि में हल्दी,चावल के लेप से स्वास्तिक का चिन्ह बनाना चाहिए और घर के मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी के पैर घर में आने की दिशा में बनाएं। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
3- नवरात्रि में मां दुर्गा की मूर्ति घर के उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित करनी चाहिए। मां की मूर्ति को लकड़ी के आसन पर स्थापित करें, ऐसा करने से मां दुर्गा के आशीष से उन्नति और तरक्की के द्वार खुलते हैं।
4- नवरात्रि में घर मे अखण्ड ज्योति प्रज्जवलित करने से सुख और सौभाग्य में वृद्ध होती है। लेकिन अखण्ड ज्योति को सीधे जमीन पर न रख कर किसी लकड़ी के पटरे या चौकी पर आसन बिछा कर रखना चाहिए।
5- नवरात्रि में घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ माना जाता है। तुलसी के पौधे को घर के उत्तर-पूर्व या ईशान कोण में लगाना चाहिए। इससे घर से रोग-दोष दूर रहते हैं और परिवार में खुशहाली रहती है।