इन 5 लोगों के साथ नहीं रखना चाहिए दया भाव, होता है अपना नुकसान
ऐसे 5 लोगों के बारे में जिनके साथ दया भाव रखने पर खुद का ही नुकसान होता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गरूड़ पुराण 18 पुराणों में से एक है. धार्मिक मान्यता है कि यह मात्र एक ऐसा पुराण है जिसमें लिखी गई बातों का वर्णन खुद भगवान विष्णु ने किया है. गरुड़ पुराण में जीवन जीने की कला और नियम के बारे में बताया गया है. इसके अलावा कर्मों के हिसाब से मृत्यु के बाद परिस्थितियों के बारे में भी बताया गया है. अगर व्यक्ति समय रहते गरुड़ पुराण में लिखी बातों को जीवन में उतार ले तो मृत्यु के बाद भी सद्गति मिल सकती है. आगे जानने हैं ऐसे 5 लोगों के बारे में जिनके साथ दया भाव रखने पर खुद का ही नुकसान होता है.
गुस्सैल स्वभाव के लोगों के साथ
गरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग गुस्सैल स्वभाव के होते हैं. उनके साथ शालीनता से बात करने पर वे कमजोर समझने लगते हैं और दबाने की कोशिश करते हैं. ऐसे में बुरे और उग्र स्वभाव के लोगों के साथ कठोरता से पेश आना चाहिए.
आलसी व्यक्ति के साथ
वैसे व्यक्ति जो काम को लेकर लापरवाह होते हैं. अथवा हर काम को कोई ना कोई बहाना बनाकर टाल देते हैं. ऐसे लोगों पर कभी भी दया और प्रेम नहीं दिखाना चाहिए. उनके साथ हमेशा कठोर बनकर रहना चाहिए. दरअसल ऐसे लोगों के साथ दया और प्रेम का भाव रखने से वे काम में ढिलाई करने लगेंगे.
नौकर के साथ
नौकर के साथ प्रेम-पूर्वक या नम्र व्यवहार रखने परे वह दोस्त की तरह व्यवहार करने लगेगा. ऐसे में वह अपमान भी कर सकता है. साथी आज्ञा की अवहेलना भी कर सकता है. इसलिए नौकर के साथ हमेशा सख्त रहना चाहिए.
महिला के साथ
महिला को घर का आधार माना जाता है. महिला अगर चाहे तो घर को स्वर्ग बना दे और चाहे तो घर को बर्बाद कर दे. ऐसे में अगर चाहते हैं कि घर की महिला एकजुट होकर रहे तो उनसे व्यवहार में थोड़ी सख्ती जरूर बरतें. अगर हमेशा उनके साथ प्यार से पेश आएंगे तो समय आने पर वे आपको अपने हिसाब से डील करने लगेंगी. संभव है मनमानी भी करने लगे.
ढोलक या अन्य वाद्य यंत्रों के साथ
ढोलक या अन्य वाद्य यंत्रों के साथ कभी दया भाव नहीं रखना चाहिए. उन्हें प्यार से बजाने पर कभी भी अच्छी आवाज नहीं आती है. अगर इन्हें कठोरता से पीटेंगे या थाप देंगे तो वैसी ही आवाज आएगी जैसा आप चाहेंगे.