कुंडली का बुध होगा मजबूत बुधवार के दिन करें ये उपाय

Update: 2024-04-03 06:51 GMT
ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा को समर्पित होता है वही बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश और बुध देव को समर्पित किया गया है मान्यता है कि इस दिन श्री गणेश की विधिवत पूजा करने से लाभ मिलता है इसकी के साथ ही अगर किसी जातक की कुंडली का बुध ग्रह कमजोर है और अशुभ फल प्रदान कर रहा है जिसके कारण तरक्की पर विराम लगा हुआ है।
 तो ऐसे में आप बुधवार के दिन बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए कुछ उपायों को आजमा सकते हैं माना जाता है कि बुधवार के दिन स्नान के बाद भगवान श्री गणेश की विधिवत पूजा करें साथ ही बुध कवच का पाठ भक्ति भाव से करें माना जाता है कि इस आसान से उपाय को करने से कुंडली का बुध मजबूत होकर शुभ फल प्रदान करेगा। जिससे करियर कारोबार में तरक्की के योग बनने लगते हैं।
 बुध कवच का पाठ—
बुधस्तु पुस्तकधरः कुंकुमस्य समद्दुतिः ।
पितांबरधरः पातु पितमाल्यानुलेपनः ।।
कटिं च पातु मे सौम्यः शिरोदेशं बुधस्तथा ।
नेत्रे ज्ञानमयः पातु श्रोत्रे पातु निशाप्रियः ।।
घ्राणं गंधप्रियः पातु जिह्वां विद्याप्रदो मम ।
कंठं पातु विधोः पुत्रो भुजा पुस्तकभूषणः ।।
वक्षः पातु वरांगश्च हृदयं रोहिणीसुतः ।
नाभिं पातु सुराराध्यो मध्यं पातु खगेश्वरः ।।
जानुनी रौहिणेयश्च पातु जंघेSखिलप्रदः ।
पादौ मे बोधनः पातु पातु सौम्योSखिलं वपु ।।
एतद्धि कवचं दिव्यं सर्वपापप्रणाशनम् ।
सर्व रोगप्रशमनं सर्व दुःखनिवारणम् ।।
आयुरारोग्यधनदं पुत्रपौत्रप्रवर्धनम् ।
यः पठेत् श्रुणुयाद्वापि सर्वत्र विजयी भवेत् ।
 बुध पंचविंशति नाम स्तोत्रम्
बुधो बुद्धिमतां श्रेष्ठो बुद्धिदाता धनप्रदः।
प्रियंगुकुलिकाश्यामः कञ्जनेत्रो मनोहरः॥
ग्रहोपमो रौहिणेयः नक्षत्रेशो दयाकरः।
विरुद्धकार्यहन्ता सौम्यो बुद्धिविवर्धनः ॥
चन्द्रात्मजो विष्णुरूपी ज्ञानी ज्ञो ज्ञानिनायकः।
ग्रह्पीडाहरो दारपुत्रधान्यपशुप्रदः ॥
लोकप्रियः सौम्यमूर्तिः गुणदो गुणिवत्सलः।
पञ्चविंशतिनामानि बुधस्यैतानि यः पठेत्॥
स्मृत्वा बुधं सदा तस्य पीडा सर्वा विनश्यति।
तद्दिने वा पठेद्यस्तु लभते स मनोगतम् ॥
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