मंगल ग्रह चलेंगे उल्टी चाल, मेष-वृषभ और तुला राशि के लिए ठीक नहीं

Update: 2022-11-13 05:09 GMT

मंगल पाप ग्रह है. स्वभाव से यह ब्रह्मचारी परविर्ती का ग्रह है. मंगल निडर एवं साहसी है. मंगल पुरुष ग्रह माना गया है. यह मेष राशि और वृश्चिक राशि का स्वामी होता है. मंगल के वक्री होने से विश्व स्तरीय पर बहुत प्रभाव देखा जा सकता है. सीमा सुरक्षा तथा एक देश दूसरे देश के ऊपर आरोप लगायेगे, जिसे तनाव बढ़ जायेगा. इस भ्रमण काल के दौरान जब मंगल मकर राशि में आता है. उच्च का कहा जाता है. पुरानी विवाद को दूर करता है. जब कर्क राशि में आता है. तो नीच का कहा जाता है. मेष राशि 1 से 18 वर्ष तक यह मूल त्रिकोण में माना जाता है.

मंगल ग्रह चलेंगे उल्टी चाल

मंगल को पापी ग्रह कहते हैं. साथ ही इसे पराक्रम का प्रतीक भी मानते हैं. इसे रक्तगौर रंग का माना जाता है. इसमें अग्नि तत्व की प्रधानता होती है. मंगल जब वक्री होते है राशि में स्थित ग्रह उल्टी दिशा में चलने लगता है. ग्रह का व्यवहार उग्र हो जाता है. ग्रह की इसी अवस्था को उल्टी दिशा में गति करने की स्थिति को वक्री कहा जाता है. मंगल वक्री हो जाता है तो मनुष्य के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. मनुष्य बहुत ज्यादा वहम करने वाला, क्रोधी, उग्र और चिड़चिड़े स्वभाव का हो जाता है.

जानें मंगल ग्रह कब कर रहे गोचर

मंगल वक्री होने पर व्यक्ति पर आलस्य हावी होने लगता है. वह अपने काम को अच्छी प्रकार से नहीं कर पाता है. साथ ही उसके जीवन में बुरा समय शुरू हो जाता है, क्यूंकि उसका खुद पर नियंत्रण नहीं रहता है. मंगल सैदव ही विजयी रहना पसंद करता है. मंगल के प्रभाव से जातक पुलिस अधिकारी, सिपाही, यांत्रिक, अभियंता, खिलाडी, पहलवान जैसा पद दिलाता है. मंगल ग्रह 13 नवम्बर 2022 समय 01 बजकर 33 मिनट दिन रविवार को वृषभ राशि में गोचर करेंगे. यह 13 जनवरी 2023 की रात 11 बजकर 30 मिनट के बाद मार्गी होंगे. मंगल के मार्गी होने से कुंडली के बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा.

जानें किन राशियों पर पड़ेगा मंगल का बुरा प्रभाव

मेष- इस राशि में मंगल दूसरे भाव में गोचर करेंगे. यह भाव से यह जानते है वाणी, धन, कुटुंब स्वाद का देखा जाता है. आंख के पास चोट लगेगा. आपकी बोलचाल ठीक रहेगा. लेकिन दूसरे को पसंद नहीं आएगा. खाने में तीखी पसंद आएगा. संतान को कष्ट रहेगा. गर्भवती महिला संभल कर रहे. अपने पर ख्याल रखे. विद्यार्थियों के लिए अनुकूल समय है. रक्त सम्बंधित समस्या रहेगा. आर्थिक -स्थिति के लिए यह अनुकूल समय नहीं है. खर्च पर ध्यान दे. उर्जा बना रहेगा. दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा. यात्रा का योग बनेगी.

वृषभ- इस राशि में मंगल का गोचर लगन भाव में हो रहा है. इस भाव से शरीर, बल, आकर तथा रंग रूप देखा जाता है. इस भाव में मंगल के गोचर से क्रोध ज्यादा बढ़ जायेगा. माता का कष्ट रहेगा. प्रॉपर्टी में लाभ होगा. दाम्पत्य जीवन में उतार-चढ़ाव बना रहेगा. कुछ नये करने का भरपूर योग बन रहा है. विदेश व्यापार जो कर रहे है. उनको भरपूर लाभ मिलेगा. माता के साथ संबंध ठीक रहेगा. माता का पूरा सहयोग मिलेगा. किसी से लेन देन नहीं करें. नये प्रेमिका मिल सकती है. वाहन चलाते समय ध्यान रखें.

मिथुन- इस राशि में मंगल का गोचर बारहवें भाव में हो रहा है. यह भाव खर्च, हानी, जेलयात्रा, कोर्ट- कचहरी विदेश यात्रा इसी भाव से देखते है, इसमे मंगल के गोचर से भाई -बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा. अपने शौक पर पूरा ध्यान रहेगा. धन खर्च ज्यादा होगा. स्वास्थ ठीक रहेगा. पुरानी बिमारी परेशानी करेगा. पत्नी के साथ उतार -चढ़ाव बना रहेगा. परिवार के मिलाकर रखे.घर के बुजुर्गो का प्यार बना रहेग. रक्त सम्बंधित समस्या बनेगा. सोच -समझ कर निर्णय ले बेहतर होगा.

कर्क- इस राशि में मंगल का गोचर एकादश भाव में गोचर कर रहे है. इस भाव से कमाई, सुख, इच्छा, बहु का विचार किया जाता है. भूमि भवन में लाभ देगा. इनकम टेक्स में बचत कराएगा. कुटुम्ब विवाद कराएगा. संतान को कष्ट देगा. शत्रु का नाश करेगा. सोची हुई कार्य पूर्ण होगा. तथा लाभकारी रहेगा. नौकरी में लाभ मिलेगा, साथ ही स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है. आपके कार्य को सराहा जायेगा. सेना, इंजिनियरिंग जमीनी कार्य के क्षेत्र में काम कर रहे है. भरपूर लाभ मिलेगा. यह समय ठीक है. भरपुर लाभ ले. विद्यार्थियों के लिए उत्तम समय रहेगा. पुरानी बीमारी से छुटकारा मिलेगा.

सिह- सिह राशि के दसवें घर में गोचर करेंगे. यह घर कर्म का है पिता का है. यह समय नौकरी, व्यापार करने वाले के लिए उत्तम रहेगा. भौतिक सुख-सुविधा भरपूर रहेगा. इंजीनियरिंग तथा जमीन, भवन खरीद विक्री करने वाले तथा डॉक्टर के लिए यह समय उत्तम रहेगा. यहां से चौथा दृष्टि लगन पर पड़ेगा. नये नौकरी के योग बनेगा. लेकिन गुस्सा पर नियंत्रण करें. स्वास्थ ठीक रहेग. माता का स्वास्थ थोड़ा बाधित रहेगा. नये वाहन तथा घर की खरीदारी कर सकते है. विद्यार्थियों के लिए थोड़ा मुश्किल समय रहेगा. मेहनत करना पड़ेगा. गर्भवती महिला थोड़ा सचेत रहे.

कन्या- मंगल आपके नौवें भाव में गोचर करेंगे. यह घर धर्म, पिता भाग्य का घर है. जिसे यह गोचर बहुत उपयोगी समय है. धार्मिक यात्रा होगा. अचानक भाग्य उदय होगा. यहां से चौथी दृष्टि बारहवें घर पर है. जो व्याय भाव है. अचानक खर्च बढ़ जायेगे. बिना मतलब का खर्च होंगे. सातवी दृष्टि से मंगल भाई-बहन के साथ रिश्ता खुशहाल रहेगा. माता का स्वास्थ में कई उतार-चढ़ाव बना रहेगा.। भूमि संबंधित कार्य में लाभ होगा. पारिवारिक सुख में कमी रहेगी.

तुला- तुला राशि को अष्टम भाव में गोचर करेंगे. स्वास्थ, दुर्घटना, आयु ,पर नजर बनी रहेगा. यह समय स्वास्थ को लेकर चुनौती बनी रहेगी. मानसिक तनाव बना रहेगा. अचानक दुर्घटना होगी. वाहन सोच समझ कर चलाये. आपके निर्णय लेने की क्षमता कमजोर होगा. स्वास्थ उतम नहीं रहेगा. दाम्पत्य जीवन में कई उतार चढ़ाव बना रहेगा. ससुराल पक्ष से अनबन बना रहेगा. चौथी दृष्टि एकादश भाव पर है, जिसे आर्थिक में कई बार उतार -चढ़ाव बने रहेगा. वाणी पर नियंत्रण कर के रखे. भाई -बहनों के साथ अनबन बनी रहेगी. अपने अधिकारी से बात चित करते समय कम बात करे. सोच -समझ कर बात करें.

वृश्चिक- वृश्चिक राशि में मंगल सप्तम भाव में गोचर कर रहे है. यह भाव पत्नी, व्यापार, पेट सम्बंधित, साझेदारी के भाव है. इसी भाव में मंगल गोचर कर रहे है. जिसे पत्नी के साथ अनबन बना रहेगा. जिन लोगों का दाम्पत्य जीवन की कलह ज्यादा बन गया है. अपने आप पर नियंत्रण करें. कोर्ट कचहरी तक मामला जा सकता है. साझेदारी में कार्य कर रहे लाभ होगा. भूमि सम्बंधित कार्य में लाभ तथा ठेक्दारी में विशेष लाभ होगा. अपने स्वास्थ पर ध्यान दे. बाहरी खाना-पीना पर परहेज करे. कुटुंब के साथ विवाद होगा. यह गोचर समय संभल कर रहे.

धनु- इस राशि के छठे भाव में गोचर कर रहे है. यह भाव रोग, शत्रु, कर्ज का भाव है. इस भाव में मंगल के गोचर से स्वास्थ ठीक रहेगा. पुराना रोग दुर होंगे. जिनको सुगर, पयल्स ब्लाड्प्रेसर है. अपने स्वास्थ पर ध्यान दे. यहां से चौथा दृष्टि नौवे भाव पर होगा. घर में धार्मिक कार्य होंगे. धार्मिक यात्रा बनेगी. छात्रों के लिए अनुकूल समय है. खर्चा बढ़ जाएगी. विदेश यात्रा तथा धन का विवाद बढ़ेगा.

मकर- इस राशि में मंगल का गोचर पंचम भाव में गोचर कर रहे है. यह भाव शिक्षा, संतान, प्रेम संबंध का घर है. शिक्षा में ठीक- ठाक रहेंगे. संतति सुख में बाधा बनेगा. पारिवारिक कलह बना रहेगा. जो लोग जमीनी तथा डॉक्टर तथा रिसर्च के काम में है. उनके लिए उतम समय है. अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगे. कई प्रकार से लाभ देगा. मंगल की आठवी दृष्टि बारहवे घर पर होने के कारण अपव्य जयादा करवाएगा. यात्रा में खर्च बनेगा. जिमेदारी भरपुर बनी रहेगी.

कुम्भ- इस राशि में मंगल चौथे भाव में गोचर कर रहे है. यह भाव माता का सुख, वाहन, प्रोपटी सुख का घर है. इस घर में मंगल का गोचर करने से भाई -बहन के साथ रिश्ता मधुर होगा. माता के स्वास्थ मे उतार चढ़ाव बना रहेगा. साथ ही काफी उग्र सव्भाव की हो जाएगी. आपका निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर करेगा. जिसे तकलीफ होगी. यहां से सप्तम तथा अष्टम की दृष्टि से पत्नी के साथ संबंध ठीक रहेगा. आय ठीक रहेगा. लेकिन खर्च बना रहेगा.नौकरी करने वाले के लिए उतम समय है. कार्य में बदलाव होंगे.

मीन- इस राशि में मंगल तीसरे घर में गोचर करेंगे. यह भाव से कर्म, फल, भाई सुख, पराक्रम, साहस तथा यात्रा इसी भाव से मिलता है. इस भाव में मंगल के गोचर से. आपके शौक में ज्यादा रूचि आएगी. भाई के साथ संबंध ठीक रहेगा. तथा इनके सहयोग से प्रोपटी के काम में लाभ मिलेगाचौथी दिर्ष्टि से छठे भाव पर पड़ेगा. जिसे शत्रु का नाश होगा. पुरानी बीमारी दूर होगा. भाग्य का उदय होगा. जो लोग नौकरी खोज रहे है. उनको सफलता मिलेगा. धार्मिक कार्य में संलगन रहेगे. जो लोग डॉक्टर, इंजीनियरिंग ठेकदारी के कार्य कर रहे है, उनको विशेष लाभ मिलेगा.


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