Mantras of Mangal Grah: कल करें इन मंत्रों का जाप, मंगल दोष से मिलेगी मुक्ति

मंगल ग्रह को नवग्रहों का सेनापति कहा गया है।

Update: 2021-10-04 17:43 GMT

 मंगल ग्रह को नवग्रहों का सेनापति कहा गया है। भारतीय ज्योतिषशास्त्र में मंगल ग्रह को साहस, पराक्रम और ऊर्जा का स्वामी माना जाता है। मंगल ग्रह का रंग लाल होता है इसलिए हमारे शरीर में जितने भी रक्त प्रधान अंग है उनका संबंध भी मंगल ग्रह से माना जाता है। जिन लोगों की कुण्डली में मंगल ग्रह निम्न स्थान में होता है या मंगलदोष आ जाता है, उनके आत्मविश्वास में कमी आने लगती है। बने हुए काम बिगड़ने लगते हैं, जातक में हृदय, यकृत तथा रक्त संबंधी रोग और विकार आने लगते हैं।

मंगलावार का दिन विशेष रूप मंगल ग्रह का ही दिन माना जाता है। इस दिन मंगल ग्रह के इन मंत्रों का जाप करने और मंगल ग्रह के निमित्त वस्तुओं का दान करने से कुण्डली में व्याप्त मंगल दोष स्वतः समाप्त हो जाता है।
मंगल ग्रह के मंत्र-

कुण्डली में व्याप्त मंगल दोष को समाप्त करने के लिए सबसे सरल उपाय है, मंगल ग्रह के इन मंत्रों का जाप करना। मंगलवार के दिन सुबह स्नान कर्म से निवृत्त हो कर लाल रंग के कपड़े धारण कर लें। आसन पर बैठ कर मंगल ग्रह के इन मंत्रों का कम से कम एक-एक माला जाप करें। मंगलवार को हनुमान जी को लाल वस्त्र और लाल सिंदूर जरूर चढ़ाएं। पुराने कर्जों से मुक्ति मिलेगी और मंगल दोष समाप्त होगा...

मंगल ग्रह का प्रार्थना मंत्र-

'ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।

कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।'

मंगल ग्रह का तांत्रिक मंत्र-

'ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:'

मंगल ग्रह का दान-

कुण्डली में मंगल की स्थिति मजबूत करने के लिए मंगलवार के दिन विशेष रूप से लाल रंग की वस्तुओं का दान किया जाता है। मंगलवार को गेहूं, गुड़, तांबा, मसूर, लाल चंदन, मूंगा आदि का दान करना चाहिए। इसके अलावा मंगलवार को लाल रंग की मिठाई का दान करने से भी मंगलदोष से मुक्ति मिलती है।


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