148 दिनों तक बंद रहेगा मांगलिक कार्य

Update: 2023-06-27 17:36 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  हिंदू धर्म में चातुर्मास का बहुत महत्व है। इस समय भगवान विष्णु विश्राम के लिए चले जाते हैं और इस दौरान भगवान शिव सारी सृष्टि को संभालते हैं। ये समय भक्तों के लिए बहुत खास होता है क्योंकि इस दौरान पूजा-पाठ करके हर मनोकामना को पूरा किया जा सकता है। देवशयनी एकादशी के दिन से भगवान शयन में चले जाते हैं और फिर देवउठनी एकादशी पर उठते हैं। चातुर्मास के आरंभ होते ही सारे मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। चातुर्मास में कुछ महत्वपूर्ण त्यौहार भी मनाए जाते हैं। तो चलिए जानते हैं इस समय में कौन से प्रमुख त्यौहार मनाए जाते हैं -सावन का महीना, रक्षाबंधन, नागपंचमी, गणेशोत्सव, शारदीय नवरात्रि, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, राधा अष्टमी, कजली तीज, हरतालिका तीज आदि त्योहार मनाए जाते हैं।जून के माह में 30 जून को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।

27 व 28 जून को रवि योग बनेगा।

इसके बाद 148 दिनों तक कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। देवउठनी एकादशी के बाद से ही शादी की शहनाइयां बजेंगी।23 नवंबर को भगवान जागेंगे और सबसे पहले भगवान विष्णु के साथ तुलसी का विवाह होगा। इस के बाद 27 नवंबर को देव दीपावली के बाद लगातार विवाह के मुहूर्त हैं।

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