आज यानी 8 अगस्त दिन मंगलवार को सावन का छठा मंगला गौरी व्रत किया जा रहा हैं इस दिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं दिनभर का उपवास रखती हैं और मां गौरी की विधि विधान से पूजा अर्चना करती हैं माना जाता हैं कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता हैं।
साथ ही कुंवारी कन्याओं को मन पंसद वर की प्राप्ति होती हैं। ऐसे में अगर आप आज के दिन मंगला गौरी का व्रत पूजन कर रहे हैं तो संपूर्ण विधि जान लेना आपके लिए जरूरी हैं तो आज हम आपको व्रत पूजन की विधि से अवगत करा रहे हैं।
मंगला गौरी व्रत पूजन विधि—
आज के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को पहनकर शादीशुदा महिलाएं सोलह श्रृंगार करें। फिर पूजन स्थल पर घी का दीपक जलाएं और व्रत का संकल्प करें। पूजा की चौकी पर आसन बिछाकर माता पार्वती और शिव की प्रतिमा को स्थापित करें अब चंदन या कुमकुम का तिलक लगाकर पुष्प, फल, अक्षत, सुपारी समेत सोलह श्रृंगार के सामग्री अर्पित करें।
इसके बाद धूप दीपक जलाकर मां गौरी की विधि विधान से पूजा करें और व्रत कथा का पाठ करें इसके बाद आरती करें। पूजन के बाद भूल चूक के लिए क्षमा मांगे और अंत में सुखी वैवाहिक जीवन और सौभाग्य प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। इस व्रत का पारण अगले दिन यानी बुधवार के दिन सुबह फलाहार ग्रहण करके करें। मंगला गौरी का व्रत करने वाले व्रती एक समय बिना नमक का भोजन कर सकते हैं।