Pradosh vrat ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन प्रदोष व्रत को खास माना गया है जो कि शिव साधना को समर्पित होता है इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है और व्रत आदि भी रखा जाता है
मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही दुख परेशानियां दूर हो जाती हैं। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि अक्टूबर माह में प्रदोष व्रत कब किया जाएगा तो आइए जानते हैं।
भौम प्रदोष व्रत की तारीख
पंचांग के अनुसार हर माह की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है इसमें भगवान शिव की पूजा की जाती है और व्रत का संकल्प लिया जाता है। अक्टूबर माह का प्रदोष व्रत 15 अक्टूबर दिन मंगलवार को रखा जाएगा। मंगलवार के दिन प्रदोष पड़ने को कारण ही इसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा है इस दिन शिव पार्वती के साथ बजरंगबली की भी पूजा करना लाभकारी होगा।
भौम प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त—
भौम प्रदोष में भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 51 मिनट से शुरू हो रहा है और रात 8 बजकर 21 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। ऐसे में भगवान शिव की आराधना के लिए भक्तों को कुल मिलाकर ढ़ाई घंटे का समय मिल रहा है यह समय शिव साधना के लिए शुभ साबित होगा।