Magh Mahina 2021: माघ मास में जरूर करें ये शुभ कार्य, भगवान विष्णु की बरसेगी कृपा
यह पवित्र माघ का महीना चल रहा है। हिंदू पंचाग के अनुसार, माघ 11वां महीना है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: यह पवित्र माघ का महीना चल रहा है। हिंदू पंचाग के अनुसार, माघ 11वां महीना है। शास्त्रों के अनुसार इस महीने में किए गए पुण्य कार्यों का फल कई जन्मों तक मिलता है। मान्यता है कि माघ मास में इन शुभ कार्यों को करने से आपके जीवन में सुख-सौभाग्य की बरसात होगी। माघ मास के बारे में कहा गया है कि जो भी व्यक्ति जरूरतमंद लोगों की सहायता करता है एवं ब्रह्मावैवर्त पुराण का दान करता है, उसे ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है।
सूर्योदय से पूर्व स्नान
इस मास में गंगाजी या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत पुण्यकारी माना गया है। स्नान का उत्तम समय सूर्योदय से पूर्व माना जाता है।मान्यता है कि विधिवत स्न्नान करने से भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहती है। यदि आप नदियों में स्नान करने नहीं जा सकते तो आप घर में ही थोड़ा सा गंगाजल नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें।मान्यता यह भी है कि माघ अमावस्या के दिन विधिवत स्नान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
उगते हुए सूर्य को जल अर्घ्य
पद्मपुराण के अनुसार पूजा, तपस्या, यज्ञ आदि से भी श्री हरि को उतनी प्रसंनता नहीं होती, जितनी कि प्रातः स्नान कर जगत को प्रकाश देने वाले भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से होती है। इसलिए पूर्व जन्म और इस जन्म के सभी पापों से मुक्ति और भगवान सूर्य नारायण की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक मनुष्य को नियमित सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य को अर्घ्य अवश्य प्रदान करना चाहिए।
पीपल की पूजा
शास्त्रों के अनुसार रविवार को छोड़कर नियमित रूप से पीपल की पूजा को बहुत अच्छा माना जाता है। अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष में पितरों का वास होता है। इस दिन पीपल और भगवान विष्णु का पूजन किया जाए तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए इस दिन मीठे जल में दूध मिलाकर चढ़ाएं, क्योंकि इस दिन पीपल के पेड़ पर मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। पूजन के बाद पीपल की 11 या 21 बार परिक्रमा करके जीवन में आने वाली सभी समस्याएं खत्म होने के लिए प्रार्थना करें।
दान-पुण्य करना है लाभकारी
माघ महीने में दान का बहुत महत्व बताया गया है। अन्न, दूध, फल, चावल, तिल और आवंले का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। गरीबों, साधु, महात्मा तथा ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए और उन्हें कम्बल आदि ऊनी कपड़े दान करने चाहिए।
पाठ करना है श्रेष्ठ
माघ मास में नित्यप्रति रामायण या गीता का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से मन को शांति मिलती है एवं भगवान् विष्णु का आशीर्वाद बना रहता है। घर की एवं मन की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है एवं व्यक्ति का आत्मविश्वास बना रहता है। इसके अलावा तुलसी की पूजा करने से सारे क्लेश दूर होते हैं।