14 मई को मनाया जाएगा भगवान परशुराम का जन्मोत्सव

अक्षय तृतीया के पावन दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है

Update: 2021-05-13 14:20 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अक्षय तृतीया के पावन दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस साल 14 मई, 2021 को भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। भगवान परशुराम का जन्म ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के घर हुआ था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान परशुराम का जन्म अन्याय, अधर्म और पापकर्मों का विनाश करने के लिए हुआ था। आइए जानते हैं भगवान परशुराम के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें...

अजर- अमर हैं भगवान परशुराम
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान परशुराम अजर- अमर हैं। कलयुग में भगवान परशुराम जीवित हैं।
भगवान शिव और विष्णु के गुण प्राप्त थे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान परशुराम को संहारक का गुण भगवान शिव ने और पालनकर्ता का गुण विष्णु भगवान ने दिया था।
भगवान शिव ने दिए अस्त्र- शस्त्र
भगवान परशुराम ने कठोर तपस्या कर भगवान शिव से कई तरह के अस्त्र- शस्त्र प्राप्त किए थे। भगवान शिव ने ही उन्हें फरसा यानी कि परशु भी दिया था।
परशुराम नाम कैसे पड़ा?
धार्मिक कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम का जन्म का नाम सिर्फ राम था। परशु धारण करने की वजह से नाम पड़ा परशुराम।
इन नामों से भी जाना जाता है
भगवान परशुराम को रामभद्र, भार्गव, भृगुपति, जमदग्न्य, भृगुवंशी आदि नामों से भी जाना जाता है।


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