अक्सर हम अपने घर के बाहर कुछ न कुछ चिन्ह को बनवाते है या खुद ही उन्हें बना देते है I इन चिन्हों को घर के बाहर लगाना बहुत जरूरी मानते है I शास्त्रों मे भी इन चिन्हों के बारे मे बताया गया है I ऐसा मानते है की इन चिन्हों से घर की सुख समृधि बनी रहती है Iइनको घर के बाहर लगाने से किसी भी बुरी चीज़ का आगमन नहीं होता है I मुख्य दरवाजे पर ही इन निशान या चिन्ह बने होते है I इन निशानों मे कुछ मुख्य है जैसे गणेश जी निशान, स्वस्तिक का निशान, ॐ का आदि I क्या अपने कभी ये जानने की कोशिश की है इनको लगाने का क्या महत्व है I तो आइये जानते है इनके महत्व के बारे मे .........
स्वास्तिक
स्वास्तिक तीन शब्दों के मेल से बना है सु + अस + तिक I इनमे से पहले दो शब्द धातु रूप हैं। सु का मतलब है अच्छा व अस का मतलब है अस्तित्व, इस तरह से स्वास्तिक का मतलब बन गया अच्छे अथवा शुभ का अस्तित्व यानि जहाँ स्वास्तिक होगा वहां शुभ का अस्तित्व होगा।
गणेश जी
गणेश का ही रूप माना जाता है इसलिए किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले चिन्ह बनाते है जिससे भगवान की कृपा बरसती है।
ॐ
इसे घर के बाहर लगाने से घर मे बुरी शक्तियों का समावेश नहीं हो पाता है I और घर सुख समृधि से बना रहता है I
कलश
गणेश पूजन के साथ कलश पूजन भी किया जाता है कुछ जगहों पर इसको भी घर के बाहर लगाया जाता है की घर धन धान्य से भरा रहता है।