जानिए रवि प्रदोष व्रत के दिन किन मंत्रों का जाप करना होगा लाभकारी
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष के त्रयोदशी तिथि को प्रदोषव्रत का व्रत रखा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष के त्रयोदशी तिथि को प्रदोषव्रत का व्रत रखा जाता है। इस बार रविवार पड़ने के कारण इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा। रवि प्रदोष व्रत का धार्मिक महत्व काफी है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव को कल्याण का देवता माना जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधि विधान के साथ पूजा करने के साथ इन मंत्रों का जाप करना लाभकारी साबित होगा। इसके साथ ही प्रदोष व्रत में काफी खास योग बन रहे हैं। भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति हमेशा सुखी रहता है और उसकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। जानिए रवि प्रदोष व्रत के दिन किन मंत्रों का जाप करना होगा लाभकारी।