शनि देव की प्रिय राशियां कौन-कौन सी हैं, जानिए
शनि देव की कृपा पाने के लिए लोग कई तरह के प्रयास करते हैं. शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शनि देव की कृपा पाने के लिए लोग कई तरह के प्रयास करते हैं. शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है. शनि देव व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. बुरे कर्म करने वालों पर हमेशा शनि की टेढ़ी नजर रहती हैं. जिन लोगों की कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में होते हैं, उन लोगों को कभी भी कोई परेशानी नहीं होती है, वहीं जिनकी कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर होती है, वे हमेशा आर्थिक व शारीरिक परेशानियों से घिरे रहते हैं. कहते हैं शनि देव की प्रिय राशियों पर शनि की दृष्ठि का इतना बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. आइए जानते हैं शनि देव की प्रिय राशियों कौन-कौन सी हैं.
तुला राशि
पंडित गोविंद पांडे बताते हैं कि तुला राशिवालों पर शनि की विशेष कृपा होती है. तुला राशि शनि देव की उच्च राशि है. यही कारण है कि तुला राशि शनिदेव की सबसे प्रिय राशि है. तुला राशि के लोग काफी मेहनती होते हैं. ये किसी के साथ गलत होते हुए नहीं देख सकते. ये हमेशा सच्चाई के साथ खड़े रहते हैं. कहते हैं इस राशि के लोगों पर शनि की दशा का उतना बुरा प्रभाव नहीं पड़ता, जितना कि बाकी राशि वालों पर पड़ता है.
मकर राशि
शनि इस राशि के स्वामी ग्रह हैं. जिस वजह से ये शनि देव की प्रिय राशि मानी जाती है. इस राशि के लोग काफी बुद्धिमान होते हैं. इन राशिवालों को सफलता जल्दी मिलती है. ये राशि के लोग मेहनती भी होते हैं और कभी जल्दी हार नहीं मानते हैं. इन राशिवालों पर भी शनि देव का बुरा असर जल्दी नहीं पड़ता है.
कुंभ राशि
इस राशि के स्वामी भी शनि देव माने जाते हैं. इस राशि के लोग सरल स्वभाव के होते हैं. इनमें धैर्य होता है. इस राशि के लोग जो काम ठान लेते हैं, उसमें सफलता पाकर ही दम लेते हैं. इनकी आर्थिक स्थिति अमूमन अच्छी होती है. ये जल्दी से हार नहीं मानते हैं.
शनि प्रकोप से बचने के लिए करें ये उपाय
वहीं वृश्चिक, धनु व मिथुन राशिवालों को शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनि के इस मंत्र- 'ॐ प्रां प्रीं प्रौं शनैश्चराय नम:' का जाप करना चाहिए. इससे शनि की विशेष कृपा बनी रहेगी और व्यक्ति शनि के प्रकोप से बच जाएगा.