जानिए कब पड़ेगा कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का असर, देखे किनके लिए होगा शुभ

पूरे भारत में इसबार 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी.

Update: 2020-11-29 08:05 GMT

चंद्र ग्रहण 

जनता से रिश्ता बेवङेस्क| पूरे भारत में इसबार 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गुरु नानक जयंती भी मनाई जाएगी. ऐसा कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवता दिवाली का त्योहार मनाते हैं. इस दिन को 'देव दिवाली' पर कहा जाता है. इसबार कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. हालांकि, उपछाया चंद्र ग्रहण होने की वजह से इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा.

कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्रद्धालु नदियों में जाकर स्नान करते हैं. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इन दोनों देवी-देवता की पूजा करने से सारी परेशानियां दूर हो जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन कार्तिक मास की समाप्ति भी हो रही है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम के तीन असुर भाइयों का वध कर दिया था, जिसके कारण यह पर्व हर साल धूमधाम से मनाया जाता है.

कार्तिक पूर्णिमा पर करें सत्यनारायण कथा का पाठ

कार्तिक पुरिमा के दिन विशेष रूप से माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. लोगों का मानना है कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि बनी रहती है. इस दिन लोग खास तौर पर हवन-पूजन करते हैं. इस दिन दीपदान करने के भी परंपरा है. ऐसा माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हमें सत्यनारायण कथा का पाठ करना चाहिए. इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है.

इस दिन भगवान को खीर और मिश्री का लगाएं भोग

इसबार कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. ऐसे में इस दिन भगवान को खीर और मिश्री का भोग ज़रूर लगाना चाहिए. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.. इसके बाद भगवान सूर्य का स्मरण करते हुए उन्हें जल चढाएं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन 'ॐ नमः शिवाय मंत्र' का जाप करने से सुख-शांति बनी रहती है.

आज का शुभ मुहूर्त

प्रात: 6 बजे से 7.30 तक उद्वेग
प्रात: 7.30 बजे से 9 बजे तक चर
प्रात: 9 बजे से 10.30 बजे तक लाभ
प्रात: 10.30 बजे से 12 बजे तक अमृत
दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक काल
दोप. 1.30 बजे से 3 बजे तक शुभ
दोप. 3 बजे से 4.30 बजे तक रोग
शाम 4.30 बजे से 6 बजे तक उद्वेग
उपायःतांबे के लोटे में जल लें.थोड़ा लाल चंदन मिला दें।उसको सिरहाने रखकर रात को सो जाएं।प्रात: उठकर जल को तुलसी के पौधे में चढ़ा दें। ऐसा करने से धीरे-धीरे आपकी परेशानी दूर होती जाएगी।
आराधनाःॐआदित्याय विद्महे प्रभाकराय धीमहि तन्नःसूर्यःप्रचोदयात्॥
खरीदारी के लिए शुभ समयःदोपहर:
दोपहरः 01:30 से 03:00 तक
शुभराहु काल:16:30से 18:00


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