जानिए कब है ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी, पूजा का शुभ मुहूर्त

कब है ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी

Update: 2023-05-20 09:08 GMT
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता हैं लेकिन भगवान श्री गणेश को समर्पित विनायक चतुर्थी बहुत ही खास मानी जाती हैं जो हर माह पड़ती हैं अभी ज्येष्ठ का महीना पड़ रहा हैं और इस माह पड़ने वाली ​चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जा रहा हैं जो ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी 23 मई दिन शनिवार को मनाई जाएगी।
ये व्रत भगवान श्री गणेश की पूजा आराधना को समर्पित होता हैं ऐसे में इस दिन भक्त भगवान की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं और सभी कष्टों व दुखों का निवारण हो जाता हैं तो आज हम आपको विनायक चतुर्थी पर भगवान श्री गणेश की पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी पूजा का मुहूर्त—
धार्मिक पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी 22 मई को रात्रि 11 बजकर 18 मिनट से आरंभ हो रही है और 24 मई को प्रात: 12 बजकर 57 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी का व्रत 23 मई को करना उत्तम रहेगा। इस दिन भगवान श्री गणेश की पूजा दोपहर में करना उत्तम होगा।
पूजन की विधि—
आपको बता दें कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके लाल या पीले वस्त्रों को धारण करें इसके बाद पूजन स्थल पर पीला वस्त्र बिछाकर श्री गणेश की स्थापना करें। भगवान का जलाभिषेक करें और उन्हें सिंदूर का तिलक लगाएं। इसके बाद दूर्वा, फल, पुष्प और मिष्ठान भगवान को अर्पित करें साथ ही भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें अंत में प्रभु की आरती पढ़ें और अपनी भूल चूक के लिए क्षमा मांगे। इसके साथ ही सभी में प्रसाद का वितरण करें और दिनभर फलाहार का उपवास रखकर भगवान का ध्यान करें। इसके अगले दिन पंचमी तिथि को व्रत का पारण करें।
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