जानें कब है दत्तात्रेय जयंती और पिशाच मोचन चतुर्दशी

14 दिसंबर (मंगलवार): मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी रात्रि 11.36 बजे तक उपरांत द्वादशी। मोक्षदा एकादशी व्रत सबका। गीता जयंती।

Update: 2021-12-14 12:12 GMT

14 दिसंबर (मंगलवार): मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी रात्रि 11.36 बजे तक उपरांत द्वादशी। मोक्षदा एकादशी व्रत सबका। गीता जयंती।

15 दिसंबर (बुधवार): मार्गशीर्ष शुक्ल द्वादशी रात्रि 2.02 बजे तक उपरांत त्रयोदशी। अखंड द्वादशी। सूर्य की धनु संक्रांति व सूर्य मूल नक्षत्र में रात्रि 3.44 बजे। संक्रांति का पुण्यकाल अगले दिन।
16 दिसंबर (गुरुवार) : मार्गशीर्ष शुक्ल त्रयोदशी रात्रि 4.41 बजे तक उपरांत चतुर्दशी। प्रदोष व्रत। अनंग त्रयोदशी व्रत।
17 दिसंबर (शुक्रवार) : मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी अहोरात्र (दिन-रात)। पिशाच मोचन चतुर्दशी। कपर्दीश्वर दर्शन-पूजन।
18 दिसंबर (शनिवार) : मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी प्रात: 7.25 बजे तक तदनंतर पूर्णिमा। व्रत की पूर्णिमा। बत्तीसी पूर्णिमा। दत्तात्रेय जयंती। श्री दत्त जयंती। श्री विद्या जयंती। चतुर्दशी तिथि की वृद्धि।
19 दिसंबर (रविवार) : मार्गशीर्ष शुक्ल पूर्णिमा प्रात: 10.06 बजे तक तदनंतर प्रतिपदा। स्नान-दानादि की मृगशिरा नक्षत्रयुता अग्रहायणी पूर्णिमा। परम पुण्यकाल सूर्योदय से प्रात: 10.06 बजे तक।
20 दिसंबर (सोमवार) : पौष कृष्ण प्रतिपदा मध्याह्न 12.37 बजे तक उपरांत द्वितीया। पौष कृष्ण पक्ष शुरू।


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