जानिए रविवार के दिन क्या करें और क्या नहीं
सूर्य देव की आराधना के लिए रविवार का दिन समर्पित किया गया है. इस दिन सच्चे भक्ति भाव से उनकी पूजा आराधना और व्रत करने से सूर्य देव के साधक को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सूर्य देव की आराधना के लिए रविवार का दिन समर्पित किया गया है. इस दिन सच्चे भक्ति भाव से उनकी पूजा आराधना और व्रत करने से सूर्य देव के साधक को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. सूर्य देव की नियमित रूप से आराधना करने वाले व्यक्ति के जीवन में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आती. जिनकी कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर होती है उनके लिए भी ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के उपाय बताए गए हैं. जिन्हें अपनाकर व्यक्ति लाभ ले सकता है.
इसके अलावा सामान्य तौर पर हर व्यक्ति रविवार के दिन कौन से उपाय कर सकते हैं और क्या नहीं करना चाहिए इसके बारे में हमें बता रहे हैं भोपाल के रहने वाले ज्योतिष व पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, आइए जानते हैं.
रविवार के दिन क्या करें?
वैसे तो प्रतिदिन नियमित रूप से सूर्य देव से पहले उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं और तांबे के कलश में जल, रोली, अक्षत और लाल फूल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए. यदि प्रतिदिन संभव ना हो तो हर रविवार ये उपाय जरूर करें.
पंडित जी के अनुसार सूर्य देव की कृपा पाने और कुंडली में सूर्य को मजबूत बनाने के लिए रविवार का व्रत अवश्य करें.
प्रत्येक रविवार के अलावा नियमित रूप से हर दिन सूर्य देव के मंत्रों का पूरी श्रद्धा भाव और विश्वास के साथ जाप करना चाहिए. इससे सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
सूर्य देव की कृपा आपके ऊपर बनी रहे इसके लिए तांबे का कड़ा धारण करें. ये तांबे का कड़ा पुरुष अपने दाएं और महिलाएं बाएं हाथ में धारण करें.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को पिता का कारक ग्रह माना जाता है. इसलिए कभी भी अपने पिता का अपमान ना करें और हमेशा उन्हें खुश रखें.
रविवार के दिन ना करें काम
जो लोग रविवार का व्रत रखते हैं उन्हें भूल कर भी इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. जो लोग बीमार हैं वह नमक का सेवन कर सकते हैं.
रविवार के दिन काले, नीले, कत्थाई और ग्रे कपड़े पहनने से बचना चाहिए.
रविवार के दिन तांबा बेचने से बचना चाहिए. इससे सूर्य देव का कुंडली पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.
रविवार के दिन जो लोग सूर्य देव की आराधना करते हैं. उन्हें बाल नहीं कटवाना चाहिए. साथ ही मांस मदिरा का सेवन करने से भी बचना चाहिए.