जानिए वास्तु शास्त्र ने घर सुख-शांति और समृद्धि को लेकर नियम बताए

हर कोई अपने घर का सपना देखता है. शहरों में खासकर खुद का घर होना काफी खुशी देता है, हालांकि कई बार अपने घर में रहते हुए भी उसमें सकारात्मक ऊर्जा की कमी लगती है

Update: 2021-12-13 05:16 GMT

जानिए वास्तु शास्त्र ने घर सुख-शांति और समृद्धि को लेकर नियम बताए 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हर कोई अपने घर का सपना देखता है. शहरों में खासकर खुद का घर होना काफी खुशी देता है, हालांकि कई बार अपने घर में रहते हुए भी उसमें सकारात्मक ऊर्जा की कमी लगती है. इसके लिए कुछ सामान्य सी बातों का ख्याल रखना घर के भीतर सकारात्मक ऊर्जा ला सकता है. किसी भी घर की सुख-शांति और समृद्धि को लेकर वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में कई नियम बताए गए हैं. घर बनवाते समय इस बात का भी पूरा ध्‍यान रखें कि आप अपना घर कहां बना रहे हैं. वास्तु शास्त्र के अंतर्गत कुछ ऐसे स्थानों या जगहों का जिक्र किया गया है, जहां पर कभी घर नहीं बनाना चाहिए. साथ ही घर में सुख शांति रहे इसके लिए भी कुछ बातों का ध्‍यान रखा जाना बहुत जरूरी है.

वास्तु के अनुसार चौराहे, तिराहे और चौक पर बनाए गए घर में वास्तुदोष माना जाता है. ऐसे में चौराहे या इसके बिल्कुल करीब घर नहीं बनवाना चाहिए. ऐसे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है और घर में समस्याएं बनी रहती हैं. 
वास्तु के अनुसार चौराहे, तिराहे और चौक पर बनाए गए घर में वास्तुदोष माना जाता है. ऐसे में चौराहे या इसके बिल्कुल करीब घर नहीं बनवाना चाहिए. ऐसे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है और घर में समस्याएं बनी रहती हैं. 
  घर के भीतर गैरजरूरी सामान रखने से बचें. अक्सर नए-नए सामान लेने के फेर में लोग घर को लगभग कबाड़ बना देते हैं. ज्यादा सामान रखने से घर के भीतर नकारात्मक ऊर्जा आती है. 
घर के भीतर गैरजरूरी सामान रखने से बचें. अक्सर नए-नए सामान लेने के फेर में लोग घर को लगभग कबाड़ बना देते हैं. ज्यादा सामान रखने से घर के भीतर नकारात्मक ऊर्जा आती है. 
  इसके अलावा वीरान जगह पर मसलन शहर या गांव से बाहर, शोर-शराबे और अवैध गतिविधियों वाली जगह पर घर नहीं बनाना चाहिए. गली या सड़क जहां खत्म होती है, उसके अंतिम प्लॉट पर भी मकान नहीं बनाना चाहिए.
इसके अलावा वीरान जगह पर मसलन शहर या गांव से बाहर, शोर-शराबे और अवैध गतिविधियों वाली जगह पर घर नहीं बनाना चाहिए. गली या सड़क जहां खत्म होती है, उसके अंतिम प्लॉट पर भी मकान नहीं बनाना चाहिए
  कहते हैं कि घर बनवाते समय पुरानी लकड़ी, ईंटों या शीशे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इस तरह के कबाड़ कभी भी अपने घर के किसी कोने में न रखें
कहते हैं कि घर बनवाते समय पुरानी लकड़ी, ईंटों या शीशे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इस तरह के कबाड़ कभी भी अपने घर के किसी कोने में न रखें. 
  वास्तु के अनुसार घर में बनवाई जाने वाली सीढ़ियों के लिए दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा शुभ होती है. उत्तर-पूर्व या फिर ईशान कोण में बनी सीढ़ियों का वास्तुदोष आर्थिक नुकसान, बीमारी और तमाम तरह की अड़चनें लाता है. वहीं घर के बीच की जगह यानी ब्रह्म स्थान हमेशा खाली रखें.
वास्तु के अनुसार घर में बनवाई जाने वाली सीढ़ियों के लिए दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा शुभ होती है. उत्तर-पूर्व या फिर ईशान कोण में बनी सीढ़ियों का वास्तुदोष आर्थिक नुकसान, बीमारी और तमाम तरह की अड़चनें लाता है. वहीं घर के बीच की जगह यानी ब्रह्म स्थान हमेशा खाली रखें


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