नवरात्रि का व्रत रखने से पहले जान लें ये बातें, वरना होगा नुकसान

नवरात्रि श्रद्धा और भक्ति का पावन पर्व है. इस दौरान 9 दिनों तक व्रत रखा जाता है और मां की पूजा-अर्चना की जाती है. ये बेहद पवित्र त्योहार है, इस दौरान पूरे विधि-विधान और नियमों के साथ व्रत रखना चाहिए. हालांकि हर जगह व्रत रखने का तरीका अलग-अलग होता है. सब अपनी श्रद्धा और शक्ति अनुसार व्रत रख सकते हैं,

Update: 2022-09-26 03:03 GMT

नवरात्रि श्रद्धा और भक्ति का पावन पर्व है. इस दौरान 9 दिनों तक व्रत रखा जाता है और मां की पूजा-अर्चना की जाती है. ये बेहद पवित्र त्योहार है, इस दौरान पूरे विधि-विधान और नियमों के साथ व्रत रखना चाहिए. हालांकि हर जगह व्रत रखने का तरीका अलग-अलग होता है. सब अपनी श्रद्धा और शक्ति अनुसार व्रत रख सकते हैं, लेकिन नियमों का पालन करना जरूरी है. आइए जानते हैं कि नवरात्रि के व्रत के दौरान किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.

नवरात्रि व्रत के नौ नियम

1. नवरात्रि का व्रत रखने के वक्त ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. व्रत के दौरान तन-मन से पवित्र होकर माता की सेवा करना चाहिए.

2. नौ दिनों तक विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए. रोज नहा-धोकर पूजा-अर्चना करें. सुबह -शाम दोनों वक्त आरती करें, शाम को भी पवित्र होकर ही आरती करनी चाहिए.

3. व्रत का मतलब ही साधना होता है. नवरात्रि के व्रत में कोई पाप का काम नहीं करना चाहिए. चोरी, झूठ, क्रोध और लालच का त्याग कर देना चाहिए. व्रत के दौरान अच्छे कर्म करना चाहिए. किसी के साथ बुरा बर्ताव नहीं करना चाहिए.

4. कन्या को माता का रूप माना जाता है. नवरात्रि में कन्याओं की पूजा भी की जाती है. इसलिए कन्या या महिला का अपमान नहीं करना चाहिए. महिलाओं का आदर-सम्मान करना चाहिए.

5. नवरात्रि में हर जगह माता का वास होता है. इन दिनों में मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. सात्विक भोजन करना चाहिए.

6. कुछ लोग फरियाली खिचड़ी खाने के चक्कर में व्रत रखते हैं, ऐसे व्रत का फल नहीं मिलता है. व्रत का मतलब ही संयम है. इस दौरान खाने पर संयम रखें और कम खाना चाहिए चाहें वह फल ही क्यों न हों.

7. बीमार होने की स्थिति में व्रत नहीं करना चाहिए, जिससे व्रत बीच में खंडित हो. पीरिएड्स में भी व्रत करने की मनाही है.

8. नवरात्रि में कुछ नियमों का पालन जरूरी होता है. अगर आप व्रत रखते हैं तो बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए. इन दिनों में दाढ़ी और मूंछ बनाना भी वर्जित माना जाता है.

9. नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक व्रत करना चाहिए. नवमी या अष्टमी के दिन कन्याओं को भोज कराकर ही भोजन ग्रहण करना चाहिए. नवमी के दिन कन्या पूजन करना शुभ होता है.


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