जानें भगवान गणेश से जुड़ी कथाएं, मान्यताएं, कुछ रोचक तथ्य

हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है.

Update: 2022-05-04 04:14 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है. मान्यता है भगवान गणेश को सबसे पहले पूजने से हर काम सफल होता है. भगवान गणेश को पूजने के लिए बुधवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है. लंबोदर अपने भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न होकर उन्हें सद्बुद्धि और शुभ आशीष प्रदान करते हैं. हिंदू धर्म शास्त्रों में हर भगवान से जुड़ी कई सारी कथाएं और मान्यताएं पढ़ने को मिलती हैं. उन्हीं में से एक भगवान गणेश जिनके बारे में आज हम कुछ रोचक तथ्य आपके साथ साझा करने जा रहे हैं.

भोपाल के रहने वाले ज्योतिष विज्ञान के जानकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बताते हैं कि शास्त्रों के अनुसार भगवान गणेश का वाहन चूहा एक राक्षस था. राक्षस को एक युद्ध में पराजित करके भगवान गणेश ने उसे चूहा बना दिया था. उसके बाद उसने भगवान गणेश से उनका वाहन बनने का निवेदन किया था.
भगवान गणेश को ज्ञान और बुद्धि का देवता माना जाता है. कहते हैं लिखने के मामले में भगवान गणेश की कोई बराबरी नहीं कर सकता. इसी वजह से ऋषि वेदव्यास ने भगवान गणेश को महाभारत लिखने के लिए चुना था. भगवान गणेश ने लगातार 3 साल तक महाभारत लिखी थी. तब जाकर वो पूरी हुई थी.
बहुत से लोगों को लगता है कि भगवान गणेश को हरा रंग प्रिय है. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है भगवान गणेश को सिंदूरी रंग बहुत प्रिय है. उन्हें लाल गुलहड़ का फूल दुर्वा के साथ अर्पित करने से उनकी पूजा पूरी हो जाती है.
मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश की पीठ के पीछे दरिद्रता का वास होता है. इसलिए भगवान गणेश के दर्शन हमेशा सामने से करना चाहिए पीठ के पीछे से नहीं करना चाहिए.
भगवान गणेश को पारिवारिक समस्या दूर करने वाला देवता भी कहा जाता है. इसलिए पारिवारिक सुख पाने के लिए भगवान गणेश की नियमित रूप से पूजा करना और उनके ऊपर दुर्वा अर्पित करना भक्त के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है.


Tags:    

Similar News