पापमोचनी एकादशी दिन के लिए जानें जरूरी नियम

Update: 2024-04-02 13:11 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत पड़ते हैं लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह में दो बार आता है एकादशी तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होती है इस दिन भक्त भगवान की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं। मान्यता है कि एकादशी तिथि श्री हरि की प्रिय तिथियों में से एक है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने का विधान होता है।
पंचांग के अनुसार अभी चैत्र मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली एकादशी को पापमोचनी एकादशी के नाम से जाना जा रहा है। एकादशी के दिन व्रत, जप तप करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार पापमोचनी एकादशी का व्रत 5 अप्रैल को किया जाएगा। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि इस दिन क्या करें क्या ना करें तो आइए जानते हैं जरूरी नियम।
पापमोचनी एकादशी पर क्या करें क्या न करें—
ज्योतिष अनुसार एकादशी की रात्रि में कभी भी सोना नहीं चाहिए बल्कि पूरी रात भगवान विष्णु के भजन और मंत्र के साथ जागरण करना चाहिए। साथ ही प्रतिमा के समक्ष बैठकर विधिवत भगवान की पूजा करनी चाहिए ऐसा करने से उन्नति के योग बनने लगते हैं। इसके साथ ही एकादशी तिथि पर चावल का सेवन करने से बचना चाहिए।
 जो लोग एकादशी का उपवास नहीं कर रहे हैं वे भी इस दिन चावल का सेवन न करें। ऐसा करना मना है। एकादशी के दिन दातुन या मंजन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस दिन किसी की चुगली भी न करें। ना ही बुराई करनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति पाप का भागी बनता है और श्री हरि नाराज़ हो जाते हैं।
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