जानिए सावन का महीना का महत्व और पूजन विधि
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव का होता है और इस पूरे महीने भोलेनाथ की अराधना होती है. सावन के महीने का हर कोई बेसब्री से इंतजार करता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव का होता है और इस पूरे महीने भोलेनाथ की अराधना होती है. सावन के महीने का हर कोई बेसब्री से इंतजार करता है (Sawan Somwar Vrat Date and Vidhi) क्योंकि मान्यता है कि इस महीने में पड़ने वाले सोमवार का व्रत करने से सभी मनोकामनाएं (Lord Shiv Puja) पूर्ण होती है. इस बार सावन के महीने में चार नहीं, बल्कि पांच सोमवार (Sawam Ka Mahina) पड़ रहे हैं. आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है सावन का महीना.
इस दिन शुरू होगा सावन का महीना
हिंदू कैलेंडर में सावन पांचवा महीना होता है और इस महीने मौसम भी सुहावना होता है. सावन के महीने में भगवान शिव-पार्वती का पूजन किया जाता है. सावन का पूर्णिमा तिथि से आरंभ होता है और इस सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू होगा. सावन के महीने का पहला सोमवार व्रत 18 जुलाई को पड़ रहा है. सावन का महीना 14 जुलाई को शुरू होकर 12 अगस्त तक रहेगा.
सावन महीने का महत्व
सावन का महीने भगवान शिव को अतिप्रिय है और इस पूरे महीने शिव की अराधना कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. मान्यता है कि यदि सावन के महीने में शिवजी को बेलपत्र चढ़ाया जाए तो वह आपकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं.
सावन महीने की पूजन विधि
सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार के दिन व्रत-उपवास कर भोलेनाथ का विधि-विधान से पूजन किया जाता है. इस बार पांच सोमवार पड़ रहे हैं और इसलिए पांच बार व्रत करना होगा. व्रत के दिन तो भोलेनाथ पर जल चढ़ाया ही जाता है, लेकिन सावन के पूरे महीने मंदिर में जाकर भगवान शिव को जल चढ़ाए. इसके साथ बेलपत्र और धतूरा चढ़ाने का भी विशेष महत्व है.