जानिए जामुनिया रत्न के फायदे

कई बार कुछ लोगों को अपने जीवन में बहुत बुरी परिस्तिथियों का सामना करना पड़ता है. जैसे बना बनाया

Update: 2022-08-30 04:44 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: news18

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।    कई बार कुछ लोगों को अपने जीवन में बहुत बुरी परिस्तिथियों का सामना करना पड़ता है. जैसे बना बनाया काम बिगड़ जाना, बार-बार नुकसान होना, निराशा, धन संचय करने में परेशानी. ऐसी स्तिथियों से निपटने में रत्न मददगार हो सकते है. ज्योतिष और रत्न शास्त्र में ऐसे बहुत से रत्नों के बारे में बताया गया है, जो व्यक्ति के जीवन को बदलने की शक्ति रखते हैं. इन्हीं रत्नों में से एक है जमुनिया रत्न. असल में जमुनिया रत्न नीलम रत्न का उपरत्न होता है. इस रत्न को धारण करने से क्या फायदे होते हैं और कब धारण करना चाहिए, इस विषय में हमें बता रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

जामुनिया रत्न के फायदे
नीलम रत्न की तरह जमुनिया रत्न का प्रभाव भी बहुत जल्दी दिखाई देता है. यह रत्न पहनने वाले को धन से सम्बंधित परेशनियों से मुक्ति दिलाता है. नौकरी और व्यवसाय में आ रही परेशानियों को दूर करता है. व्यापार में हो रहे नुकसान से निजात दिलाता है. नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर मैरिड लाइफ में खुशियां लाता है. साथ ही शनि दोष के कारन होने वाली स्वास्थ सम्बंधित परेशानियों से राहत दिलाता है.
कौन पहन सकता है जमुनिया रत्न
जमुनिया रत्न को शनि दोष से पीड़ित व्यक्ति और वृषभ, मिथुन, तुला, मकर और कुम्भ राशि के लोग पहन सकते हैं, लेकिन जमुनिया रत्न को धारण करने से पहले किसी विद्वान ज्योतिष से सलाह कर लेना बहुत आवश्यक है.
जमुनिया धारण करने का तरीका
जमुनिया रत्न नीलम रत्न का उपरत्न होता है, इसलिए इसे धारण करने के लिए भी शनिवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है. प्रातः काल स्नानादि करके शनिदेव का पूजन करें और जमुनिया रत्न की अंगूठी को गंगाजल से अच्छी तरह साफ करके दाए हाथ की मध्यमा उंगली में धारण कर लें.
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