ओम नमः शिवाय मंत्र जाप करने के अद्भुत लाभ, जाने
Om Namah Shivay Mantra : ओम नमः शिवाय भगवान शिव को समर्पित सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक माना जाता है. आइए जानें इस मंत्र जाप के फायदे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ओम नमः शिवाय भगवान शिव के सबसे अधिक जाप किए जाने वाले मंत्रों में से एक है. ये मंत्र भगवान शिव को समर्पित है जिन्हें महादेव के नाम से भी जाना जाता है.
शैव परंपरा के अनुसार, भगवान शिव सुप्रीम लॉर्ड हैं. जिसके पास ब्रह्मांड को बनाने, उसकी रक्षा करने और बदलने की शक्ति है.
ओम नमः शिवाय का क्या अर्थ है?
ओम को ब्रह्मांड की ध्वनि माना जाता है. इसका अर्थ है प्रेम और शांति. 'नमः' और 'शिवाय' का एक साथ अर्थ है पांच तत्व – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश. माना जाता है कि ये पांच तत्व इस दुनिया में मौजूद हर रचना के निर्माण खंड हैं. भगवान शिव को सभी पांच तत्वों का स्वामी माना जाता है.
ओम नमः शिवाय के जाप के लाभ
सालों से लोग भगवान से प्रार्थना के रूप में इस मंत्र का जप करते आ रहे हैं. इस मंत्र का जाप करने के क्या लाभ हैं आइए जानें.
चारों ओर आनंद का अनुभव
विशेषज्ञ ने साझा किया कि ओम नमः शिवाय' का जाप करने से पर्यावरण में पांच तत्वों का सामंजस्य स्थापित होता है. हर रोज इसका जाप करने से सभी 5 तत्वों में शांति, प्रेम और सद्भाव आता है. इसलिए, जब आप इस मंत्र का जाप करते हैं, तो आप न केवल अपने भीतर बल्कि अपने आस-पास भी आनंद का अनुभव करते हैं.
नकारात्मकता को दूर करता है
ओम नमः शिवाय आपके दैनिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में मदद करता है. जब आप इस मंत्र का जाप करते हैं, तो आप अपने आस-पास की सारी नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर रहे होते हैं और सकारात्मकता को आकर्षित करते हैं.
शांत करने में मदद करता है
जिन दिनों आप बहुत अधिक तनाव महसूस कर रहे हों, आपको ओम नमः शिवाय' मंत्र का जाप करना चाहिए. ये एक स्ट्रेस बस्टर के रूप में काम करता है और आपके दिमाग को शांत करता है. आराम करने में मदद करता है.
आपको इंद्रियों पर नियंत्रण देता है
ओम नमः शिवाय एक शक्तिशाली मंत्र है. इसका जाप करने से आपको अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है. ये आपको अपने जीवन के लिए एक दिशा भी देता है और आपको खुद को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है.
ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है
ओम नमः शिवाय' का जाप करने से आप कुछ हद तक ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते हैं.
असमय मृत्यु के भय को कम करता है
ज्योतिषी ने साझा किया कि बहुत से लोगों को असमय मृत्यु का भय सताता है. इस मंत्र के जाप से न केवल ये भय दूर होता है बल्कि अकाल मृत्यु की संभावना भी कम हो जाती है.
ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप कैसे और कब करें?
मंत्र जाप से पहले स्नान कर लेना चाहिए. ये सुबह के समय किया जाना चाहिए. हालांकि, कोई भी दिन में किसी भी समय मंत्र का जाप कर सकता है. भगवान शिव के मंत्र का जाप करने का सबसे अच्छा समय सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान होता है. मंत्र का जाप या तो मन में चुपचाप या जोर से करना चाहिए. मंत्र का जाप जितनी बार चाहें उतनी बार कर सकते हैं, सर्वोत्तम परिणामों के लिए इसका कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए. ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप अपने कार्यालय में या घर पर कहीं भी जाप कर सकते हैं. ये सुनिश्चित करें कि आप इसका जाप करते समय एक सीधी स्थिति में बैठें हों.